तुझे सूरज कहूं या चंदा…तू है मेरा राज दुलारा…
बहुत ही भावुक कर देने वाली तस्वीर है..!
नयन की नज़र से – नीतीश में निहित विराट सादगी व अत्यंत शांत भाव ..यही तो है नीतीश का निशांत ।
नयन, पटना, मौर्य न्यूज18
नयन की नज़र से

तस्वीर बोलती है-
सादगी भरे लिवास में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पुत्र निशांत के साथ । आपस में लिपटी हुई भावुक तस्वीर , बहुत कुछ कहती हुई। मौर्य न्यूज18
वही पुरानी बाटा वाली हवाई चप्पल। सूती का अति साधारण कुर्ता-पाजाम। सादगी का मंजर और पिता-पुत्र का सीने से लिपटक फोटो खिंचवाना। आनंद से लबालब चेहरा। पूरी जन्नत कहिए। एक पिता को आनंद से लवरेज बेटा दिख जाए और एक बेटे को पिता का सीने से लगा प्यार मिल जाए तो वो पल जन्नत ही तो है। ऐसे पलों में दिल की हर धड़कन, संगीतमय हो जाती है, हर धड़कन गुनगुनाती है…”हम तुम ना जुदा होंगे …मर जाएंगे रो-रो के..।” मां नहीं है। अब पापा तू ही मेरी मां है। तू ही तो जन्रत मेरी…तू ही मेरा जुनून। खुशी के इस पल में कुदरत की आंखें भी नम हो जाती हैं। तभी तो खुशी के मारे…देखो मौसम रिमझिम हुआ जाए रे। एक राजा रंक की तरह भी जीना जानता हो..। तो प्रकृति भी उससे बहुत प्यार करती है। उसके जन्म देने का उत्सव मनाती है..गाती है…गुनगुनाती है…तुझे सूरज कहूं या चंदा …तू है मेरा राज दुलारा….।

यही तो जीवनभर की पूंजी है। जो कमाई है सामने है, जो प्रकृति से मिली है वो प्रकृति को दे देनी है। यहां ना कोई सीएम है ना सीएम का बेटा…बस एक आम इंसान की तरह नीतीश और उनके पुत्र निशांत। कह सकते हैं..नीतीश में निहित विराट सादगी व अत्यंत शांत भाव ..यही तो है नीतीश का निशांत ।
कहो ना प्यार है।

नयन की नज़र से आप देख रहे हैं सारी दुनिया।

नोट-
यहां मैंने जो भी लिखा है, तस्वीर देखने के बाद मेरे मन में जो भी भावनाएं उठी लिख डाला। इसे पत्रकारिता या व्यक्तिगत खिदमत में लिखी गई रिपोर्ट या रचना ना समझा जाए। मित्रों जन्म दिन पर राजा के घर पिता-पुत्र की तस्वीर देखकर उपजी भावनाओं को मैंने आपके सामने रखा है। इसे राजनीति या पत्रकारिता की नज़रों से मत देखिएगा।
धन्यवाद।
नयन, एक साथी।
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