गेस्ट रिपोर्ट
सीतामढ़ी से मुखिया रितु जयसवाल की कलम से
सीतामढ़ी, बिहार ।

हमारे गाँव को अब आपकी मदद की ज़रूरत है। मदद के लिए बढ़ाया गया आपका एक हाथ कितनों की ज़िंदगी बचा सकता है। पूरा पोस्ट पढ़ियेगा और जो बन बड़े जैसे बन पड़े मदद ज़रूर कीजियेगा। विपदा की इस घड़ी में सीतामढ़ी समेत पूरे उत्तर बिहार की कुशलता के लिए प्रार्थना करती हूँ। – रितु जयसवाल, मुखिया।

2017 के बाद फिर एक बार उससे भी ज्यादा विनाशकारी बाढ़ ने हम सिंहवाहिनी पंचायत के लोगों के जीवन में दुःख, पीड़ा, हताशा का एक छाप छोड़ दिया है। हम लोग पिछले 3 सालों में काफी तेज़ी से बढे थे जिसकी जानकारी आप लोगों तक हर समय पहुंचाती रही हूँ। सब से गंभीर चुनौती अब ये आ गई है कि अत्यंत ही गरीब परिवार के तक़रीबन 100 से ऊपर घर पूर्णतः इस बाढ़ में बह गए, और कई घर करीब आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। लोग सड़कों पर, तो कहीं दूसरों के घरों में या स्कूलों में शरण लिए हुए हैं। स्थिर जल जमाव से बिमारी फैलने की समस्या अलग है। नुकसान का मुआयना करने जब इस कीचड़ युक्त कमर से ऊपर पानी को पार कर के पहुंची तो सड़क का और लोगों के घरों का हाल देख आँखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा था। लोगों को दो वक्त की रोटी तक नहीं नसीब हो पा रही है। पंचायत के गाँव – बड़ी सिंहवाहिनी, करहरवा, खुटहां और मंडल टोला की स्थिति एकदम भयावह है।
परिवार उजड़ चुका, घर भी बह गए….

कुछ कम उम्र की विधवायें ऐसी हैं जिनका परिवार तो पहले ही उजड़ चुका था, अब रहने वाला घर भी बह गया। उन विधवाओं के लिए अब एक भी काम नहीं है जिससे अपना और अपने बच्चों का पेट पाल सके। इनके लिये जल्द से जल्द कुछ करना होगा। पंचायत की मुखिया होने के नाते रिपोर्ट तैयार कर रही हूँ, सरकार को भेजने के लिए, और अपने व्यक्तिगत पैसे में से जो बन पा रहा है, हालात ठीक करने केलिए योगदान दे रही हूँ। इस विनाश की घड़ी में ये सब समुंदर में एक लोटे पानी के समान है। पिछले 2017 के बाढ़ के अलावा हमनें पंचायत के लिए आज तक प्रत्यक्ष रूप से कोई आर्थिक मदद स्वीकार नहीं किया। जिन लोगों ने साथ देने केलिए हाथ बढ़ाया उन्हें मैंने यही कहा की आप समय निकाल कर खुद आएं और अपने हाथों से सहयोग दें लोगों के बीच, इसी बहाने आप पंचायत भी देख लेंगें। पर अब तो वो भी संभव नहीं है। आने के रास्ते ही कट चुके हैं और मदद केलिए कई फ़ोन आ रहे हैं बाहर के लोगों के जो किसी भी कीमत पर यहाँ आ नहीं सकते। तो अब आप सब के सुझाव पर हमनें सिंहवाहिनी पंचायत के पुनर्स्थापन केलिए एक ऑनलाइन मदद का कैम्पेन चलाने का फैसला लिया है।

आप पैसे से, त्रिपाल से (जो सब से ज्यादा जरूरी है), अनाज से, फ़ूड पैकेट्स से, कपड़ों से, लाइट से, ORS से, ब्लीचिंग पाउडर से या अन्य ज़रूरत के सामानों से मदद कर सकते हैं।
संग्रह केंद्र:
1: पटना: गोदावरी पैलेस, सगुना मोड़ से खगौल जाने वाली सड़क में 600 मीटर पर मेन रोड पर हीं बाईं ओर स्थित है। सम्पर्क अंकित: +91 8578820007 व अविनाश +91 9110135113
2. पंचायत कार्यालय, गाँव – करहरवा, आवासीय कार्यालय, ग्राम – नरकटिया, ग्राम पंचायत राज सिंहवाहिनी, सोनबरसा, सीतामढ़ी 843317, बिहार +91 8709627094
पंचायत तक किसी तरह पहुँचने का अभी एक मात्र रास्ता

पटना – मुजफ्फरपुर। उसके बाद NH77 लेंगे। जीपीएस पर बाजपट्टी डालेंगे। वहाँ से बाजितपुर से रायपुर। रायपुर चौक से बाईं मुड़ती है उसके बाद गाँव बड़ी फुलवरिया। बड़ी फुलवरिया से बसौल। बसौल से बनतारा होते हुए फिर से आप बाजपट्टी कुम्मा रोड पर आ जायेंगे। फिर कुम्मा आयेंगे जहाँ से हल्का राइट ले कर लेफ्ट परिहार रोड में। उसके बाद परवाहा बाजार फिर वहाँ से लेफ्ट जायेंगे तो महादेव पट्टी गाँव होते हुए जगदर। जगदर बाजार से लेफ्ट ले कर लपटाहाँ। यहाँ तक गाड़ी आयेगी किसी तरह। उसके बाद पैदल आना होगा सिंहवाहिनी पंचायत के नरकटिया गाँव तक।
आप धन दान हमारे सहयोगी प्रणव कुमार जी के बचत खाते में सीधा भेज सकते हैं।

Acc Details
Name: Pranav Kumar
Bank : State Bank of India
Account No: 20058362192
IFSC : SBIN0017469
Branch: Gola Road Patna
आपके पास पैसे भेजने के और भी विकल्प है। नंबर है:
पे टीएम: 8709627094
फ़ोन पे: 8709627094
गूगल पे: 9801320535
आपके द्वारा दिये गए पैसे का एक एक हिसाब आप तक पहुँचाऊंगी।
आप सीधे मुझ से/मेरे ऑफिस से संपर्क कर सकते हैं किसी अन्य जानकारी केलिए या हमारा दुःख बांटने केलिए 8709627094 पर। आर्थिक मदद का स्क्रीनशॉट कमेंट में डालियेगा ताकी पारदर्शिता बनी रहे। और सामग्री भेजने का भी तस्वीर ले कर कमेंट में डालें।

हमारी विनती ….
हमारी इस विनती को स्वीकार कीजिये और कृपया आगे आएं। आपका सहयोग हमारे हिम्मत को बनाये रखेगा। आप दुआ से, पैसे से, दवा से, अनाज से, कपड़ों से, त्रिपाल से, रोशनी के साधन से या जीने के लिए अन्य उपयोगी वस्तुओं से हमारी मदद कर सकते हैं। अपने साथ साथ अपने परिचितों से भी मदद करने की अपील करियेगा। बहुत कुछ जो अब ख़त्म हो गया, उस तबाही की कुछ तसवीरें भी आप से साझा कर रही हूँ। स्थिति इससे भी भयावह है। ये तो वो हैं जो आँखों से दिख रहे हैं, जिनकी हम तस्वीर ले सकते हैं। कुछ जगह ऐसे हैं जो अब बस समतल ज़मीन बन कर रह गए – पानी से भरे हुए। बाढ़ का पानी सब बहा ले गया । लोगों के अनाज, उनके आशियाने सब। सड़े हुए अनाज को खाना कुछ परिवार की मज़बूरी बन गई है। आपके सहयोग के इंतज़ार में।
