Maurya News18
MP Desk

नाना पाटेकर की फिल्म यशवंत का यह डायलॉग तो आपको याद होगा ही…एक मच्छर आदमी को हिजड़ा बना देता है…जी हां, एक मच्छर…अपने समय में यह डायलॉग हर-एक की जुबान पर था। एक बार फिर एक मच्छर ने एक वीआईपी को ऐसा डसा कि एक इंजीनियर की अच्छी-खासी नौकरी चली गई।
दरअसल, मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह 17 फरवरी को सीधी पहुंचे थे। वहां 16 फरवरी को दर्दनाक बस हादसा हुआ था। वे वहां हादसे में मृत लोगों के परिजनों से मिलने गए थे। दिनभर के दौरे के बाद जब वे सर्किट हाउस आराम करने के लिए पहुंचे तो उनकी नींद मच्छरों ने उड़ा दी। नींद नहीं आई तो आधी रात अधिकारियों की क्लास लगी और ढाई बजे मच्छर मारने की दवा छिड़की गई।
सीएम की नींद में खलल पड़ने का मतलब आप समझ ही सकते हैं। प्रशासनिक अधिकारियों की भी नींद उड़ी हुई थी। यहां पर मच्छर ने आदमी को हिजड़ा तो नहीं बनाया लेकिन सर्किट हाउस के प्रभारी इंजीनियर बाबूलाल गुप्ता को सस्पेंड करवा दिया।

17 फरवरी को दिनभर शिवराज सिंह बस हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों से मिलते रहे। रात करीब 10 बजे कलेक्टर ऑफिस में अफसरों की बैठक ली। साढ़े ग्यारह बजे जब सर्किट हाउस पहुंचे तो कुछ नेता मिलने पहुंच गए।
सूत्र बताते हैं कि शिवराज 12 बजे के आसपास अपने कमरे में आराम के लिए चले गए, लेकिन यहां मच्छरों ने शिवराज को सोने नहीं दिया। यहां मच्छरदानी की व्यवस्था भी नहीं थी। आखिरकार रात ढाई बजे दवा का छिड़काव हुआ तो CM को थोड़ा आराम करने का मौका मिला, लेकिन अव्यवस्थाओं ने फिर उनकी नींद तोड़ दी।
इतना ही नहीं सुबह 4 बजे पानी की टंकी ओवरफ्लो हो गई। आवाज आने से नींद खुल गई तो सीएम खुद उठकर मोटर बंद करने गए। मोटर बंद करने का सिस्टम भी भगवान भरोसे था। सर्किट हाउस में परेशानियों से भरी रात गुजारने के बाद शिवराज भोपाल रवाना हो गए।
मौर्य न्यूज18 के लिए मध्य प्रदेश डेस्क की रिपोर्ट।









