विधानसभा सत्र के दौरान नारेबाजी पर भड़के, फिर जो हुआ आप पढ़ लीजिए
Maurya News18, Patna
Political Desk

विधानसभा में सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे विधायकों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जमकर हड़काया। बजट सत्र के तीसरे दिन मंगलवार को वे पूरे रौ में थे। उन्होंने कहा कि गलत काम मत कीजिए, पहली बार 12 सीटें मिली हैं। दरअसल, उनका गुस्सा वाम दलों के विधायकों पर था। वे सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे, जिसपर सीएम भड़क उठे।

सीएम के गुस्सा होने के बाद विपक्ष के सभी सदस्य फिर से हंगामा करते हुए वॉक आउट कर गए। नीतीश कुमार ने विपक्ष के सदस्यों पर तंज कसते हुए कहा कि आप यहां से जाइए। लेकिन बाहर जाकर सुन लीजिएगा।
बेकार की बात है…
एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल ईमान की मांग पर जवाब देते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि पूर्णिया को राजधानी बनाने की बात मत कीजिए, ये नहीं हो सकता। यह अनावश्यक और बेकार की मांग है। मेरे बाद यह हो सकता है, मैं तो कभी नहीं करूंगा। वहीं, उन्होंने प्रदेश में विकास का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार में भूख से कोई नहीं मर रहा है। ग्रामीण इलाकों में भी आज कोई भी किसी को खिला सकता है। अब बिहार की सड़कें ऐसी बनेंगी कि किसी भी कोने से लोग 5 घंटे के अंदर पटना पहुंच जाएंगे।

तेजस्वी की समझदारी को चुनौती नहीं दे सकता
इससे पहले धान अधिप्राप्ति की तारीख बढ़ाने को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच तीखी नोंकझोक हुई। राजद विधायक सुधाकर सिंह ने धान खरीद की तारीख 25 मार्च तक बढ़ाने की मांग की। जवाब में सहकारिता मंत्री अमरेंद्र प्रताप ने कहा कि अब तारीख नहीं बढ़ाई जा सकती है। इसके बाद तेजस्वी यादव ने किसानों के मुद्दे पर सहकारिता मंत्री से इस्तीफे की मांग कर दी। सदन के बाहर जवाब देते हुए अमरेंद्र प्रताप ने कहा कि उनकी समझदारी को चुनौती नहीं दे सकता।

नहीं बढ़ेगी धान अधिप्राप्ति की तिथि
धान अधिप्राप्ति की तिथि 25 मार्च तक बढ़ाने की मांग पर मंत्री अमरेंद्र प्रताप ने कहा कि 21 फरवरी तक 35.59 लाख मैट्रिक धान से अधिक धान खरीद हुई है, धान अधिप्राप्ति की तारीख अब नहीं बढ़ाई जाएगी। बिहार में अब तक सबसे ज्यादा धान की खरीद हुई है।
किसानों के पास अब धान नहीं है, मिलर और बिचौलियों को फायदा पहुंचाने के लिए अब धान अधिप्राप्ति की तारीख नहीं बढ़ाई जाएगी।
पटना से मौर्य न्यूज18 के लिए पॉलिटिकल डेस्क की रिपोर्ट ।








