Maurya News18
Political Desk


पदयात्रा कर कांग्रेस नेता कौकब कादरी बता रहे कृषि कानून की सच्चाई। इसी के क्रम में वे सीमांचल के अररिया पहुंचे थे, जहां कृषि कानून का कड़ा विरोध करने के लिए किसान सत्याग्रह पदयात्रा का आयोजन किया गया था। जिला कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेसजनों को किसानों के विरुद्ध बने तीनों कानूनों को विस्तार से बताया गया।

जमाखोरी करने का कानून :
यह किसान-मजदूर, हर गरीब व मध्यवर्ग की कमर तोड़ देगा क्यूंकि तब महंगाई सातवें आसमान पर होगी। जबर्दस्ती बड़े-बड़े पूंजीपति जमाखोरी करेंगे और फिर मनमाने मूल्यों पर खाद्यान्नों व खाद्य वस्तुओं को बेचेंगे।

कृषि भूमि व फसल उत्पादन अनुबंध का कानून
यह कानून भूमि पर से किसानों का मालिकाना हक छिनेगा। तैयार फसल की कीमत बाजार में घट जाने पर फसल खरीदगी से उद्योगपति इंकार कर जाएं तो कोई फौजदारी मुकदमा करने की इजाजत नहीं है। विवादों पर न्यायिक प्रक्रिया नहीं किया जा सकता, विवादों के निपटारे के लिए निचले स्तर के अधिकारियों तक ही बात रखी जा सकती है, जिनको उद्योगपतियों द्वारा अपने फायदे के लिए मैनेज कर लेना बेहद आसान है।

यदि किसानों की भूमि में अनुबंधकर्ता उद्योगपति लोन लें व लोन नहीं चुकाएं तो ऐसी स्थिति में भूमि पर लिया लोन किसान ही भरेंगे।

प्राइवेट मंडी कानून :
अब इसे समझने की कोशिश कीजिए कि जब निजी मंडी बननी शुरू हो जाएगी तब धीरे धीरे सरकारी मंडियां बंद होने लगेंगी। फिर एमएससीपी पर खरीदगी तो पूरी तरह से रुक ही जाएगी।

कार्यक्रम में ये भी हुए शामिल
इस कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास, पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा, सेवादल के राष्ट्रीय सचिव अजय चौधरी, विधायक अबिदुर रहमान, अफाक आलम, पूर्व विधायक जाकिर अनवर, अमित कुमार टुन्ना, इंद्रानल यादव, मनोज सिंह, प्रवीण कुशवाहा, पूर्व प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष कुमार आशीष, प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता सरोज तिवारी, प्रदेश एनएसयूआई अध्यक्ष चुन्नू जी, जिलाध्यक्ष अनिल सिन्हा समेत तमाम नेता व प्रवक्ता शामिल हुए
पटना से मौर्य न्यूज18 के लिए पॉलिटिकल डेस्क की रिपोर्ट ।









