Maurya News18
Political Desk

केरल में भाजपा ने नया दांव खेला है। मेट्रोमैन के नाम से मशहूर ई. श्रीधरन को मुख्यमंत्री पद का कैंडिडेट घोषित किया है। केरल भाजपा के अध्यक्ष सुरेंद्रन ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
88 साल के श्रीधरन 6 दिन पहले ही 26 फरवरी को मलप्पुरम में केंद्रीय मंत्री आरके सिंह की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए थे। श्रीधरन ने अपने गृह जिले मलप्पुरम से ही चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है।
बता दें कि 140 सदस्यों वाली केरल विधानसभा के लिए 6 अप्रैल को वोटिंग होनी है। चुनाव के नतीजे 2 मई को आएंगे।
भाजपा से की केवल एक मांग
श्रीधरन बुधवार को पलारीवट्टम में बन रहे फ्लाईओवर का जायजा लेने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘केरल की जनता इस बार भाजपा की सरकार बनाएगी। भाजपा की बड़ी जीत की उम्मीद है, क्योंकि लोग अच्छी तरह जानते हैं कि उनके और प्रदेश के लिए कौन अच्छा है। मैंने भाजपा से केवल एक ही मांग की है कि मैं पोन्नानी से उसी इलाके में चुनाव लड़ना चाहता हूं, जहां मैं अभी रह रहा हूं।’
उम्र को लेकर उठ रहे सवालों का दिया जवाब
उम्र को लेकर उठ रहे सवालों पर उन्होंने कहा, ‘शारीरिक उम्र की बजाय मानसिक उम्र यह तय करती है कि किसी को क्या जिम्मेदारियां उठानी चाहिए। मन की उम्र ही मायने रखती है, न कि शरीर की उम्र। मानसिक रूप से मैं बहुत अलर्ट और यंग हूं। अब तक मेरे साथ सेहत से जुड़ी कोई समस्या नहीं है। मुझे नहीं लगता कि स्वास्थ्य कोई बड़ा मुद्दा होगा। मैं किसी सामान्य नेता की तरह काम नहीं करूंगा। मैं एक टेक्नोक्रेट की तरह काम करना जारी रखूंगा।’
दिल्ली मेट्रो के 7 साल रहे थे निदेशक
श्रीधरन 1995 से 2012 तक दिल्ली मेट्रो के निदेशक रहे। भारत सरकार ने उन्हें 2001 में पद्मश्री और 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया था। उन्हें देश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सूरत बदलने के लिए जाना जाता है। ईमानदार छवि की वजह से वह काफी लोकप्रिय हैं।
श्रीधरन प्रधानमंत्री मोदी के समर्थक माने जाते हैं। 2014 में लोकसभा चुनाव से पहले 2 बार उन्होंने नरेंद्र मोदी को अच्छा नेता बताया था। मोदी की प्रधानमंत्री पद की दावेदारी का समर्थन करने वालों में भी उनका नाम शामिल था।
