मौर्य न्यूज18, पटना
अतुल कुमार

बिहार विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। एक-से-बढ़कर-एक मजेदार वाकया देखने को मिलता है। सत्ता पक्ष और विपक्ष में जब तकरार होता है तो माननीय उदाहरण स्वरूप जो बोलते हैं, उसको सुनकर पूरा सदन ठहाका लगाकर हंस पड़ता है।
जमुई से बीजेपी की विधायक श्रेयसी सिंह भी अपनी हंसी नहीं रोक पाईं और लाल कपड़ा व सांड़ का नाम सुनते ही मुस्कुरा उठीं।

आज मंगलवार को कानून व्यवस्था पर विपक्ष और सत्ता पक्ष के सदस्य अपनी बात रख रहे थे। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी पूरा होमवर्क करके आए थे। शराबबंदी, अपराध और दागी मंत्रियों को लेकर जमकर सरकार पर हमला बोला। कई बार सत्ता पक्ष के सदस्यों द्वारा टोका-टोकी भी हुई।

दरअसल, मामला तब बिगड़ गया जब तेजस्वी राजस्व व भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय का नाम लिए बगैर कहा कि उनके भाई के स्कूल से शराब की बोतलें मिली हैं फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस पर विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि आप सदन की पटल पर सबूत रखिए फिर आरोप लगाइए।
अभी वाद-विवाद चल ही रहा था तभी तेजस्वी ने यह कहकर पूरे सदन का माहौल गरमा दिया कि नीतीश सरकार में वैसे लोग भी मंत्री बन गए हैं जो चुनाव हार चुके हैं। साथ ही कई लोग ऐसे हैं जो किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। उन्होंने सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए।

इसी बीच मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी को ये बात नागवार गुजरी और वे आरोपों का जवाब देने के लिए खड़े हो गए। उन्होंने कहा कि कुछ लोग मेरे साथ ऐसा व्यवहार क्यों करते हैं ? उन्होंने अपनी बात को अलग अंदाज में रखा।
सहनी ने कहा कि जैसे सांड़ लाल कपड़े को देखकर भड़क उठता है, उसी तरह कुछ लोग मुझे यहां देखकर भड़क उठते हैं। आखिर ऐसा क्यों होता है ? इस बात पर ठीक उनके पीछे जमुई से भाजपा की विधायक श्रेयसी सिंह बैठी थीं, वे अपनी हंसी रोक नहीं पाईं और ठहाका मारकर खिलखिला उठीं। साथ ही बेंच पर तालियां भी पीटने लगीं।

बता दें कि इसके पहले भी तेजस्वी और मुकेश सहनी के बीच तकरार हो चुका है। वाद-विवाद के दौरान टोके जाने पर विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के नेता और पशु मत्स्य संसाधन विभाग के मंत्री मुकेश सहनी पर तेजस्वी ने तल्ख टिप्पणी की थी। उनके भाषण के बीच अपनी सीट पर खड़ा होकर मुकेश सहनी ने जैसे ही कुछ कहना चाहा, तेजस्वी ने उन्हें रोकते हुए कहा- आप चुप रहिए, आप तो रिचार्ज कूपन हैं। आपको पहले अपनी चिंता करनी चाहिए। पता नहीं आपको दोबारा रिचार्ज होने का मौका मिलेगा या नहीं।
दरअसल, इशारों में ही तेजस्वी यादव ने मुकेश सहनी को 18 महीने के लिए विधान परिषद का सदस्य बनाने पर तंज कसा था।
