Maurya News18, Patna
Political Desk

सड़क से लेकर सदन तक मंगलवार को दिन भर अफरातफरी का आलम रहा। सड़क पर जहां विधानसभा मार्च को लेकर राजद के कार्यकर्ता व पुलिस के बीच झड़प हुई तो वहीं सदन के अंदर विपक्षी विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा को बंधक बना लिया, लिहाजा सरकार ने पुलिस बल का प्रयोग करते हुए विधायकों को बाहर निकलवा दिया।
तेजस्वी यादव ने कहा कि विधानसभा में एक काला कानून पेश किया गया, जिसके विरोध में विपक्ष खड़ा था। पुलिस के बड़े अधिकारी खुद वहां पहुंचे। विधायकों को पीटा गया। महिला विधायकों को बुरी तरह बाल पकड़कर खींचा गया। विधायक को लात-घूंसे से पीटा गया। ये सभी कार्रवाई सीएम नीतीश के निर्देश पर किया गया। मैं जब सदन में रहता हूं तो वे गायब रहते हैं।
लोहिया जी कहा करते थे कि जब सड़कें खामोश हो जाती हैं तो सदन और सरकार बेलगाम हो जाती है। तेजस्वी ने कहा कि जो कानून अंग्रेजों ने लागू किया था। उसी कानून को सीएम नीतीश ने फिर से लागू किया।
सीएम नीतीश के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री किसको बेवकूफ बना रहे हैं। जब मुंबई में 26/11 हमला हुआ था तब क्या पुलिस किसी से परमिशन लेने गई थी। ऐसा नहीं हुआ था क्योंकि सीआरपीसी के मुताबिक पुलिस को पहले से पावर है। अलग से कोई कानून बनाने की जरूरत नहीं है।

