Maurya News18, Patna
Political Desk

दंगल के लिए जोर-शोर से नाम का एलान किया। पीठ भी ठोंकी लेकिन टायं-टायं फिस्स ! महागठबंधन की ओर से राजद विधायक भूदेव चौधरी को आगे किया गया लेकिन तय समय पर मुकाबला नहीं होने के कारण बाजी मार ले गए जेडीयू के महेश्वर हजारी।
विरोधियों ने भूदेव चौधरी के रूप में अपने उम्मीदवार का एलान तो किया था लेकिन चुनाव मैदान में मुकाबला नहीं हो पाया लिहाजा बुधवार को जेडीयू नेता और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री महेश्वर हजारी निर्विरोध बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष चुन लिए गए।
बिहार विधानसभा का अध्यक्ष बीजेपी के कोटे का है इसलिए पहले से ही तय माना जा रहा था कि उपाध्यक्ष जेडीयू कोटे का होगा। अब अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों ही पद एनडीए के हिस्से में आ गए हैं
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विपक्ष ने बुधवार को सदन का बहिष्कार कर रखा है, इसलिए विपक्षी उम्मीदवार भूदेव चौधरी को एक भी वोट नहीं मिल सका। राजद विधायक भूदेव चौधरी ने महागठबंधन की ओर से पर्चा भरा था। महेश्वर हजारी को विधानसभा में 124 मत मिले। वे एनडीए के उम्मीदवार के तौर पर मैदान में थे।
विधानसभा में संख्या बल को देखा जाए तो एनडीए के उम्मीदवार की जीत तय मानी जा रही थी लेकिन विपक्ष किसी भी हाल में सत्ता पक्ष को वाकओवर देने के मूड में नहीं था। इससे पहले भी विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए भी दोनों गठबंधन आमने-सामने आ गए थे। चुनाव में बीजेपी के विजय कुमार सिन्हा विजयी हुए थे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महेश्वर हजारी को जीत की बधाई दी है। साथ ही उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा समेत तमाम मंत्री और सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी उन्हें जीत की बधाई के साथ शुभकामनाएं दीं।

