Maurya News18, Kolkata
Political Desk

एक चरण के मतदान के बाद पश्चिम बंगाल का चुनाव रोमांचक हो गया है। ममता बनर्जी का कॉन्फिडेंस लूज होता दिख रहा है। अब वे चिट्ठी-चिट्ठी खेल रही हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में दूसरे फेज की वोटिंग से पहले बड़ा दांव चला है। उन्होंने सभी बीजेपी विरोधी दलों को चिट्ठी लिखकर एकजुट होने की अपील की है।
चिट्ठी में ममता ने लिखा है कि मुझे लगता है कि अब वह समय आ गया है, जब हमें लोकतंत्र बचाने के लिए बीजेपी के खिलाफ इकट्ठा हो जाना चाहिए।
जिन दलों को ममता ने चिट्ठी लिखी है, उसमें कांग्रेस, एनसीपी, डीएमके (एमके स्टालिन), राजद, शिवसेना, आम आदमी पार्टी, बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस (जगन रेड्डी) शामिल है।

ममता ने ये चिट्ठी उन सभी पार्टियों को लिखा है जो बीजेपी के खिलाफ हैं। चिट्ठी में उन्होंने लिखा है कि मैं इस बात को लेकर चिंतित हूं कि बीजेपी की केंद्र सरकार लोकतंत्र खत्म करने की कोशिश कर रही है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण दिल्ली सरकार के खिलाफ पास NCT बिल है। जो दोनों सदनों से पास हो गया। केंद्र सरकार ने एक चुनी हुई सरकार की ताकत छीनकर उपराज्यपाल को दे दी है।
ममता के गोत्र कार्ड पर बयानबाजी
इससे पहले मंगलवार को ममता बनर्जी ने गोत्र कार्ड खेला था। उन्होंने कहा था कि चुनाव प्रचार करते वक्त वह एक मंदिर गईं थीं। वहां पुजारी ने उनसे गोत्र पूछा। उन्होंने बताया कि मेरा गोत्र मां, माटी और मानुष है। इस घटना के बाद उन्हें त्रिपुरा के त्रिपुरेश्वरी मंदिर का वाकया याद आ गया। वहां भी पुजारी ने उनसे गोत्र पूछा था और उन्होंने यही जवाब दिया था। उन्होंने बताया कि मेरा असल गोत्र शांडिल्य है
उधर, ममता के बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पलटवार किया था। उन्होंने कहा था कि मैं गोत्र लिखता हूं, मुझे कभी बताने की जरूरत नहीं पड़ी। ममता बनर्जी चुनाव हारने के डर से गोत्र बता रही हैं। उन्होंने ममता से सवाल किया था कि आप मुझे बता दीजिए कि कहीं रोहिंग्या और घुसपैठियों का गोत्र भी शांडिल्य तो नहीं है।
