बच्चों को कम उम्र में शादी के बाद शारीरिक, मानसिक रूप से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है
रामगढ़ : बाल विवाह एक अभिशाप है। इस लड़ाई को हम सब को मिलकर लड़ना है। किसी एक व्यक्ति से यह संभव नही है। उक्त बातें पूर्व विधायक ममता देवी ने अपने कार्यालय में कही। पूर्व विधायक नोबेल शांति विजेता कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के सहयोग से अग्रगति संस्था के द्वारा चलाए जा रहे बाल विवाह मुक्त भारत अभियान में शामिल कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद पत्रकारों से कही। कार्यकर्ता पूर्व विधायक से मिलकर किए जा रहे कार्यों की जानकारी साझा की। उन्होंने आगे कहा कि बच्चों को शादी के बाद शारीरिक, मानसिक रूप से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इनकी पीढ़ी पूरी तरह से प्रभावित हो जाती है। हम सभी को समाज को आगे बढ़ाने का संकल्प लेना होगा। समाज में गंदी सोच रखने वाले लोगों के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी। समाज में बच्चों को कैसे अधिकार मिले। यह सब सोचना होगा। उन्होंने मौजूद सभी लोगों को बाल विवाह रोकने के लिए शपथ भी दिखाई।
ये रहे मौजूद :
मौके पर गौरीशंकर महतो, कमलेश कुमार महतो, बीस सूत्री अध्यक्ष रामविनय महतो, मनोज कोटवार, श्यामसुंदर महतो, प्रकाश करमाली, गौतम शर्मा, गुड़ु साव, जितेंद्र गोप, नागेश्वर कुमार, गौतम शर्मा, रीमा देवी, फूलवंती कुमारी, कविता कुमारी, भगीरथ महतो, भुवनेश्वर महतो, फैजान आदि शामिल थे।