– रक्षा राज्य मंत्री, केंद्र सरकार संजय सेठ एवं रामकृष्ण मिशन रांची के सचिव स्वामी भवेशानंद द्वारा हरी झंडी दिखाकर अभियान की शुरुआत की गई

रांची : राज्य में विकसित कृषि संकल्प अभियान का शुभारंभ दिव्यायन कृषि विज्ञान केंद्र रांची से हुआ। रक्षा राज्य मंत्री, केंद्र सरकार संजय सेठ एवं रामकृष्ण मिशन रांची के सचिव स्वामी भवेशानंद द्वारा हरी झंडी दिखाकर अभियान की शुरुआत की गई। इस अवसर पर सिल्ली के विधायक अमित कुमार, अनुसंधान केंद्र प्लांडु के प्रमुख विज्ञानी एवं अभियान के सह-समन्वयक डा. वीरेन्द्र कुमार यादव तथा रामकृष्ण मिशन विश्वविद्यालय (Ram Krishna Mission University) के डीन डा. राघव ठाकुर, जिला कृषि पदाधिकारी रांची रमाशंकर प्रसाद, डा. सौमेन घोषाल समेत अन्य गणमान्य अधिकारी एवं बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे। राज्य के सभी 24 जिलों में कृषि विशेषज्ञों की कुल 57 टीमों ने 171 गांवों में जाकर किसानों से प्रत्यक्ष संवाद किया एवं उन्हें खरीफ से पहले की कृषि गतिविधियों जैसे धान, खरीफ मक्का, उड़द, खरीफ सब्जियों की उन्नत किस्मों एवं उत्पादन तकनीकी तथा लाह की उन्नत खेती की जानकारी दी। उन्हें मवेशियों के लिए मिनरल मिक्स्चर, टीकाकरण, डीवर्मिंग, उचित देखभाल आदि की जानकारी दी गई। सब्जियों और धान की फसलों में रोग एवं कीट की समस्याओं पर किसानों से चर्चा की गई। वर्षा ऋतु में फलदार पौधों (आम, लीची, अमरूद, पपीता आदि) के बाग लगाने के लिए उचित दूरी पर गड्ढा खोदने, पौधों के चयन की जानकारी दी गई। किसानों को मिट्टी जांच का महत्व, मृदा स्वास्थ्य कार्ड में दी गई अनुशंसाओं के आधार पर उचित फसल एवं किस्मों का चुनाव, संतुलित उर्वरकों का उपयोग आदि के बारे में बताया गया। उन्हें केंद्र एवं राज्य सरकार की कृषि-योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई तथा किसान इन योजनाओं से कैसे लाभ उठावें, इसका मार्गदर्शन प्रदान किया गया। विशेषज्ञों की टीम द्वारा किसानों से उनकी समस्याओं पर भी चर्चा की गई, उनके प्रश्नों का उत्तर दिया गया एवं उनकी प्रतिक्रिया ली गई। साथ ही किसानों द्वारा अपनाई जा रही पारंपरिक देशी कृषि तकनीकों की पहचान कर उन्हें नोट किया गया।

इन्हें किया गया है शामिल :
विशेषज्ञों की टीम में राज्य के कृषि विज्ञान केंद्रों के एसएमएस, झारखंड स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद संस्थानों (कृषि प्रणाली का पहाड़ी एवं पठारी अनुसंधान केंद्र, राष्ट्रीय कृषि उच्चतर प्रसंस्करण संस्थान, राष्ट्रीय कृषि जैव प्रौद्योगिकी संस्थान, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, झारखंड, राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान का क्षेत्रीय केंद्र हजारीबाग, राष्ट्रीय पादप अनुवांशिकी संसाधन ब्यूरो के विज्ञानी, बिरसा एग्रीकल्चर युनिवर्सिटी के विज्ञानी, राज्य सरकार के कृषि विभाग के अंतर्गत आत्मा के परियोजना निदेशक, कृषि समन्वयक, बीटीएम, एटीएम आदि एवं प्रगतिशील किसान शामिल हैं। अभियान में स्थानीय विधायक एवं सांसद भी शामिल हो रहे हैं। यह अभियान 12 जून तक चलेगा।
Maurya News18 Ranchi.