- – केवल 58 प्रतिशत बच्चों का आपार कार्ड बनाया गया है एवं लगभग 1,70,000 बच्चे अभी भी ड्रापबाक्स में हैं, जिस कारण जिले के नामांकन में अत्यधिक कमी दिख रही है
- – उच्च पदस्थों ने कहा कि 15 दिसंबर तक हर हाल में यू-डायस पोर्टल पर ड्रापबाक्स मैनेजमेंट एंट्री पूरा कर लें, अन्यथा होगी कार्रवाई
रांची : जिले के सरकारी व निजी विद्यालयों में नामांकित बच्चों के आधार कार्ड एंट्री, आधार वैद्यता, आपार आइडी कार्ड और ड्रापबाक्स मैनेजमेंट कार्य में सक्रियता लाने का दिशा निर्देश जारी किया गया है। शिक्षा विभाग के उच्च पदस्थों ने कहा कि 15 दिसंबर तक हर हाल में यू-डायस पोर्टल पर ड्रापबाक्स मैनेजमेंट एंट्री पूरा कर लें, राज्य स्तरीय बैठक में स्पष्ट रूप से कहा गया कि इन कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिक्षा सचिव की अध्यक्षता में आयोजित राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में रांची जिले के प्रदर्शन पर नाराजगी प्रकट की गई है। आलम यह है कि रांची का प्रदर्शन सबसे निम्न और पूरे राज्य में निचले पायदान पर है। केवल 58 प्रतिशत बच्चों का आपार कार्ड बनाया गया है एवं लगभग 1,70,000 बच्चे अभी भी ड्रापबाक्स में हैं। जिस कारण जिले के नामांकन में अत्यधिक कमी दिख रही है। नए सत्र में सरकारी विद्यालयों में नामांकन के आधार पर प्राप्त होने वाले स्कूल ग्रांट, यूनिफार्म, किताब इत्यादि की सुविधा बच्चों को उपलब्ध कराने में कठिनाई होगी, जिसकी जवाबदेही संबंधित प्राचार्य, प्रधानाध्यापक की होगी।
वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी रांची विनय कुमार ने बाकायदा पत्र जारी करते हुए निर्देश दिया है कि हर हाल में 15 दिसंबर तक आपार आइडी कार्ड का निर्माण पूरा कर लें। उन्होंने कहा कि ससमय कार्य पूर्ण नहीं करने की स्थिति में सरकारी एवं सहायता प्राप्त विद्यालयों के प्रधानाध्यापक के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई यथा वार्षिक वेतन वृद्धि स्थगित करने अथवा निलंबन की कार्रवाई की बाध्यता होगी। स्थापना अनुमति एवं निजी विद्यालयों की मान्यता समाप्त करने के लिए संबंधित बोर्ड को स्पष्ट अनुशंसा की जाएगी, गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय का यू-डायस कोड रद करने की अनुशंसा की जाएगी। इस परिस्थिति में अगले सत्र में संबंधित विद्यालय के छात्र-छात्राओं का नामांकन किसी भी दूसरे विद्यालय में करने में कठिनाई होगी। बैठक में कहा गया कि विभागीय स्तर पर इस कार्य में अपेक्षित रूचि नहीं ली जा रही है। लापरवाही के कारण जिले की उपलब्धि प्रभावित हो रही है। बता दें कि 7 दिसंबर को जिला स्तरीय वीडियो कांफ्रेंसिंग कर जानकारी दी गई थी कि प्रखंड स्तर पर कैंप लगाकर आधार एंट्री और वैद्यता का कार्य पूरा कर लें। इसके बाद भी विभागीय स्तर पर लापरवाही बरती जा रही है। कहा गया कि आपार कार्ड तैयार करने से पूर्व यू-डायस में अनिवार्य रूप से उस छात्र का आधार नंबर प्रविष्ट होना चाहिए एवं उसकी वैद्यता तथा जनरल प्रोफाइल पूरा होना चाहिए तभी आइडी तैयार हो सकती है। इसे लेकर जिले के सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, सभी प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, सभी बीआरपी, सीआरपी, बीएमआइएस, कंप्यूटर आपरेटर, सभी प्राचार्य, प्रधानाध्यापक, सभी सरकारी, सहायता प्राप्त निजी विद्यालय एवं इंटर कालेज प्रबंधन को दिशा निर्देश दिया गया है।
ये दिए गए हैं निर्देश :
- सभी नामांकित छात्र-छात्राओं के आधार एंट्री के लिए दिनांक 10 से 14 दिसंबर तक विद्यालय में कैंप लगाकर आधार कार्ड का नंबर प्राप्त किया जाए
- माता, पिता, अभिभावक से अपार आइडी कार्ड के लिए सहमति पत्र तथा उनका आधार, पैन, इपिक नंबर, ड्राइविंग लाइसेंस या पासपोर्ट नंबर भी प्राप्त किया जाए
- विद्यालय स्तर से भी इस दौरान यू-डायस में जनरल प्रोफाइल से आधार एंट्री सुनिश्चित की जाए
- साथ ही आधार वेलिडेशन एवं आपार आइडी निर्माण करने का कार्य भी पूर्ण किया जाए
- छूटे हुए शेष छात्र-छात्राओं के लिए 16 से 19 दिसंबर तक बीआरसी पर आधार एंट्री, वैलिडेशन एवं ड्रापबाक्स मैनेजमेंट के लिए कैंप का आयोजन किया जाए
- प्रतिदिन 25 से 30 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक शिक्षक एवं सहयोगी स्टाफ को सभी नामांकित छात्र-छात्राओं के आधार नंबर माता-पिता का सहमति पत्र तथा उनका आधार समेत अन्य वर्णित डाक्यूमेंट एवं नामांकन पंजी के साथ बीआरसी में बुलाया जाना सुनिश्चित किया जाए
- आधार वैलिडेशन का कार्य भी पूर्ण किया जाए, बीईईओ, बीपीओ अपने स्तर से तिथिवार विद्यालयों को टैग करते हुए कैंप का आयोजन सुनिश्चित करेंगे, जिसकी प्रति जिला कार्यालय को भी उपलब्ध कराएंगे।
- कंप्यूटर आपरेटर दैनिक मानदेय पर अधिकतम 500 रुपये प्रतिदिन के दर से कार्य करेंगे
- 15 दिसंबर तक अनिवार्य रूप से ड्रापबाक्स के डाटा को शून्य किया जाना है।
- सभी कार्य 24 दिसंबर से प्रारंभ हो रहे शीतकालीन अवकाश से पूर्व अनिवार्य रूप से पूर्ण किए जाएंगे
- जिन सरकारी, सहायता प्राप्त, स्थापना अनुमति प्राप्त विद्यालयों का कार्य पूर्ण नहीं होगा उनके सभी शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापक का शीतकालीन अवकाश रद रहेगा।
- सभी सरकारी, सहायता प्राप्त, निजी विद्यालय (निजी विद्यालय एवं इंटर कालेज सहित) के प्रधानाध्यापक, प्राचार्य इस कार्य के लिए व्यक्तिगत रूप से जवाबदेह होंगे।
- Maurya News18 Ranchi.