- आइआइएम रांची (IIM Ranchi) के मैनेजमेंट कान्क्लेव 2025 के दूसरे दिन हेल्थकेयर, एडटेक, लाजिस्टिक्स और टेक्नोलाजी सेक्टर से जुड़े वरीय प्रबंधकों ने किया प्रेरित

रांची : आइआइएम रांची (IIM Ranchi) में चल रहे मैनेजमेंट कान्क्लेव 2025 (Management conclave 2025) के दूसरे दिन प्रबंधन कार्यक्षेत्र के लिए आवश्यक गुणों व अवसरों पर चर्चा हुई। देशभर के विभिन्न कार्पोरेट सेक्टर के वरीय पदाधिकारी व प्रबंधकों ने विद्यार्थियों को नवाचार के साथ कार्यक्षेत्र में फुर्तीले बनाने रहने की प्ररेणा दी। कान्क्लेव में हेल्थकेयर, एडटेक, लाजिस्टिक्स और टेक्नोलाजी जैसे विविध क्षेत्रों से जुड़े विशेषज्ञों ने उद्योग और उद्यमिता में सफलता की राह को साझा किया। कार्यक्रम की शुरुआत चेयरपर्सन, कार्पोरेट रिलेशन एंड प्लेसमेंट कमेटी प्रो. राजीव वर्मा ने की। उन्होंने कहा कि आज के दौर में नवाचार से ही नए अवसर की तलाश करना संभव है। उन्होंने विद्यार्थियों को कार्यक्षेत्र में लगातार सीखने रहने की प्रवृत्ति के साथ रचनात्मकता से कार्यक्षेत्र की संस्कृति को बदलने व उसमें ढलने की सीख दी।

दिनभर चले मैनेजमेंट कान्क्लेव में बिप्लब घोष, बिजनेस हेड आर्थोपेडिक्स, मेरिल (एपीएसी) ने युवा विद्यार्थियों को आज के कार्पोरेट परिदृश्य के अनुरुप अपने कौशल को विकसित करने की बात कही। उन्होंने हेल्थ केयर सेक्टर के अपने अनुभव को साझा किया। बताया कि भारत में हास्पिटल, फार्मा, मेडटेक और डायग्नोस्टिक इंडस्ट्री में बदलाव आया है। 2023 तक भारत के हास्पिटल सेक्टर में 132 बिलियन डालर का व्यापार हुआ है जबकि अन्य क्षेत्र 12 से 50 बिलियन डालर की रेस में शामिल है। ऐसे में हेल्थकेयर सेक्टर का भविष्य उज्ज्वल है, जिसे बढ़ाने और संभालने के लिए रचनात्मक सोच वाले युवा प्रबंधकों की आवश्यकता है। उन्होंने विद्यार्थियों को हेल्थकेयर सेक्टर के करियर अवसरों की जानकारी दी, साथ ही समय की मांग के अनुरुप कौशल को अपनाकर कार्यक्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा दी।

वहीं, गीतिका कोहली, हेड पार्टनरशिप्स एंड अलायंसेज, टीमलीस एडटेक ने अनिश्चितताओं के दौर में समावेशी नवाचार को बढ़ावा देने में टेक्नोलाजी की भूमिका पर चर्चा की। इसके लिए एआइ का सही इस्तेमाल करने का सुझाव दिया।

टीडेफी के आपरेशंस डायरेक्टर ऋषभ गुप्ता ने इनोवेशन को अपनाने और उसे आदत में शामिल करने की बात कही।

लीप इंडिया के हेड एचआर, ओडी एंड लर्निंग हेड अमेय करंबे ने कैपएक्स और आपएक्स माडल पर प्रकाश डाला। उन्होंने काम को आसान बनाने के लिए नए प्रयोग को अधिक से अधिक बढ़ावा देने पर बल दिया।

वहीं, लुमिनस पावर टेक्नोलाजी के सीबीओ सह सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अमित शुक्ला ने छात्रों को थ्री-सी सिद्धांत कंफर्ट, करेज और कानफिडेंस के साथ पेशेवर जीचन में निरंतर आगे बढ़ने की बात कही।

कान्क्लेव के दूसरे सत्र में इमामी ग्रुप के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट आपरेशन्स दिलीप कुमार झा ने विद्यार्थियों को सप्लाई चेन मैनेजमेंट, सोर्सिंग, प्रोडक्शन, इन्वेंटरी और डिस्ट्रीब्यूशन में तालमेल के सिद्धांतों पर जानकारी साझा की। वहीं, समापन सत्र में आर्सेलर मित्तल निप्पान स्टील इंडिया की लीड स्ट्रैटेजिक इनिशिएटिव्स कनुप्रिया जैन ने एआई के दौर की चुनौतियों व अवसरों को अपनाते हुए प्रबंधन कौशल में सशक्त होने की प्रेरणा दी।
Maurya News18 Ranchi.

