- रांची में 2019 से झारखंड यूनिवर्सिटी आफ टेक्नोलाजी के अस्थाई कैंपस में हो रहा है संचालित, 67 एकड़ में तैयार हो रहा ट्रिपल आइटी का कैंपस
रांची : भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान यानी ट्रिपल आइटी रांची (IIIT Ranchi) को अपना भवन और नया कैंपस नसीब होगा। इस दिशा में कवायद तेज हो चुकी है। कांके (Kanke) स्थित 67 एकड़ में 128 करोड़ की लागत से स्थाई कैंपस का निर्माण कार्य शुरु कर दिया गया है। पदाधिकारियों ने संबंधित एजेंसी को कार्य में तेजी लाने और गुणवत्तापूर्ण कार्य करने का दिशा निर्देश दिया है। राज्य में ट्रिपल आइटी खुलने के बाद यहां के छात्रों को भी नेशनल लेवल के संस्थान में पढ़ने का मौका मिल रहा है। वर्तमान में ट्रिपल आइटी झारखंड यूनिवर्सिटी आफ टेक्नोलाजी (JUT Ranchi) के परिसर में ही संचालित है।
बता दें कि वर्ष 2016 में ट्रिपल आइटी रांची की शुरुआत एनआइटी जमशेदपुर के कैंपस से हुई थी। इसके बाद इसे वर्ष 2019 में रांची में शिफ्ट किया गया। अपना कैंपस नहीं होने के कारण तत्काल इसका संचालन अस्थाई तौर पर झारखंड यूनिवर्सिटी आफ टेक्नोलाजी के कैंपस में किया जाने लगा। निदेशक डॉ. राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि निर्माण कार्य एजेंसी को जल्द कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है। बताया कि फिलवक्त ट्रिपल आइटी रांची के तीन अस्थाई कैंपस में संचालित हैं। ट्रिपल आइटी अभी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कैंपस नामकुम से संचालित हो रहा है और उसके पास स्मार्ट सिटी स्थित जेयूपीएमआई कैंपस भी उपलब्ध है। तीसरा जुमार पुल हजारीबाग रोड स्थित बीएसएनएल ट्रेनिंग सेंटर में भी ट्रिपल आइटी को हैंडओवर कर दिया गया है। अभी अस्थाई रूप से इन तीन जगहों पर संचालित है। वर्ष 2025 में जब अपना कैंपस तैयार हो जाएगा तो यहां जो छात्र अस्थाई कैंपस में पढ़ाई कर रहे हैं, वह अपने कैंपस में शिफ्ट हो जाएंगे।
दस पाठ्यक्रम हो रहे संचालित :
वर्ष 2016 से 2023 तक आते आते ट्रिपल आइटी रांची ने कई उपलब्धियां हासिल की। यहां से पासआउट छात्र छात्राएं देश विदेश में प्लेसमेंट पा रहे हैं। निदेशक ने बताया कि पाठ्यक्रमों में गुणात्मक सुधार लाया गया है। साथ ही नए कैंपस में शिफ्ट होने के बाद आगामी दिनों पाठ्यक्रमों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। वर्तमान में यहां बी-टेक के 4, एम-टेक के 2, पीएचडी और 4 एग्जीक्यूटिव एम-टेक के पाठ्यक्रम संचालित हैं। उन्होंने बताया कि अब संस्थान को 128 करोड़ की लागत से बनने वाला अपना कैंपस और भवन नसीब होगा। इस राशि में 50 प्रतिशत केंद्र सरकार, 35 प्रतिशत राज्य सरकार जबकि शेष 15 प्रतिशत टीसीएस, टीटीएल और सीसीएल द्वारा अंश दिया जाएगा। पहले चरण के निर्माण कार्य को हरी झंडी दिखाई गई है। कैंपस को पूरी तरह से तैयार करने में 21 माह का वक्त लगेगा। एनजी कंस्ट्रक्शन को निर्माण कार्य की जिम्मेवारी मिली है। नए कैंपस में भव्य शैक्षणिक और प्रशासनिक भवन के साथ 1000 छात्रों के लिए छात्रावास का भी निर्माण किया जा रहा है। इसमें 700 छात्र और 300 छात्राएं हैं। बता दें कि निर्माण कार्य दो चरणों में पूरा होगा, जिसका प्रारूप तैयार कर लिया गया है।
ये मिलेंगी सुविधाएं :
ट्रिपल आईटी के नए कैंपस में फर्स्ट फेज में वास्तुकला के अनुसार अत्याधुनिक जी प्लस 5 शैक्षणिक भवन, जी प्लस 2 प्रशासनिक भवन, छात्रों के लिए जी प्लस 5 व छात्राओं के लिए जी प्लस 2 छात्रावास, जी प्लस 2 शिक्षकों व अधिकारियों के लिए आवास, 24 घंटे बिजली के लिए विद्युत सब स्टेशन, ड्रेनेज, सीवरेज, ओवरहेड टैंक, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, यूजी टैंक, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, रिटेनिंग वाल, स्टार्म वाटर ड्रेन, सड़कें और रास्ते, वीआरवी या वीआरएफ एयर कंडीशनिंग सिस्टम, सीसीटीवी, नेटवर्किंग, फायर फाइटिंग सिस्टम, फायर अलार्म सिस्टम, स्ट्रीट लाइटिंग, लिफ्ट शामिल है। वहीं फेज-2 में अतिरिक्त प्रोफेसर व अधिकारी रेजिडेंस ब्लाक, स्टाफ क्वार्टर, सामुदायिक केंद्र, मनोरंजक गतिविधि केंद्र शामिल है।