– आईएचएम रांची द्वारा विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर टूरिज्म एंड पीस विषय पर विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन
रांची : पर्यटन विभाग, झारखंड सरकार और होटल प्रबंधन संस्थान (IHM Ranchi) रांची द्वारा ऑड्रे हाउस रांची में टूरिज्म एंड पीस थीम विश्व पर्यटन दिवस हर्षोल्ल्लास के साथ आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सचिव पर्यटन मनोज कुमार तथा विशिष्ट अतिथियों में निदेशक पर्यटन अंजली यादव, उप निदेशक पर्यटन राजीव कुमार सिंह, अनुभाग अधिकारी गौतम मिश्रा तथा आईएचएम के प्राचार्य डॉ. भूपेश कुमार उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं आईएचएम रांची के छात्रों द्वारा गणेश वंदना की प्रस्तुति के साथ की गई। साथ ही नागपुरी गीत, कला संस्कृति एवं पाईका नृत्य की भी प्रस्तुति दी गई।
इसके बाद स्थायी स्रोत, प्रामाणिकता और झारखंड के स्वदेशी सामग्री की भूमिका विषय पर पैनल चर्चा हुई। जिसमें झारखंड की अनूठी व्यंजनों को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करना और स्वदेशी सामग्री के महत्व को उजागर करने, झारखंड की विविधता को विश्व स्तर पर प्रस्तुत करने के लिए स्थायी स्रोतों से सामग्रियों का उपयोग कर स्थानीय संसाधनों का सम्मान और संरक्षण से स्थानीय खाद्य सामग्री और व्यंजनों को वैश्विक स्तर पर लाने में मदद मिलेगी। साथ ही यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि ये प्रामाणिक और स्थायी रूप से प्राप्त हो जैसे महत्वपूर्ण निष्कर्ष सामने आए।
पैनल चर्चा में शेफ शेफ डॉ. शेफ परविंदर सिंह बाली, डॉ. शेफ सौरभ शर्मा, शेफ आशीष भासिन, शेफ गौतम चौधरी, शेफ नितिन शिंदे मुख्य प्रवक्ता रहे। शेफ बाली ने बताया एक व्यंजन ही एक राज्य की पहचान की तरह कार्य करती हैं तथा स्वास्थ्य, झारखंड राज्य की व्यंजन अपने सामग्रियों से बाकी जगह से बहुत अलग एवं श्रेष्ठ है। शेफ भसीन ने राज्य की स्थानीय व्यंजनों को अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने की जरूरत है तथा खोए हुए व्यंजनों के विकास के लिए कार्य करने की जरूरत है, जो कि धैर्य और समर्थन से संभव है। शेफ शिंदे ने स्थानीय व्यंजन पर रेस्टोरेंट संचालन के लिए जोर दिया, यहां के व्यंजन में बहुत अधिक मात्रा में लाभदायक पदार्थ सम्मलित है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद हैं।
शेफ सौरभ ने बताया जड़ वाली सब्जी में मशरूम, खुखड़ी एवं स्थानीय मिलेट मडुआ का उपयोग छोटे से बड़े स्तरों पर स्थानीय व्यंजनों का उपयोग से उच्च स्तरीय विकास किया जा सकता है। बताया हम बहुत अच्छे हैं लेकिन दुनिया को बताना भी जरूरी है, नहीं तो यहां की व्यंजन यहीं तक सीमित रह जाएगी। हम झारखंडी व्यंजनों को और अधिक प्रस्तुत करने योग्य क्यों नहीं बना सकते ताकि लोग भोजन को देखें और प्रोत्साहित करें।
शेफ बाली ने बताया लोगों को झारखंडी भोजन की प्रामाणिक प्लेटिंग को अपनाने दें और विधि को न बदलें क्योंकि तब भोजन की प्रस्तुति आधुनिक हो जाएगी और यह संस्कृति की मौलिकता को समाप्त कर देगी। इसके बाद मुख्य अतिथि द्वारा टूरिस्ट ट्रेड रेजिस्ट्रेशन पोर्टल का उद्घाटन, एडवेंचर टूरिज्म सेफ्टी दिशानिर्देश का शुभारंभ, पुस्तक बियॉन्ड द फॉरेस्ट का विमोचन तथा आईएचएम रांची द्वारा किए गए शोध जर्नल पलाश : ए जर्नल ऑफ हॉस्पिटालिटी एंड टूरिज्म सर्विस मनजेमेंट का अनावरण किया गया।
विश्व पर्यटन दिवस पर चित्रकला प्रतियोगिता, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, फोटोग्राफी प्रतियोगिता एवं शेफ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अंशु शर्मा, द्वितीय स्थान ऋषिका तथा तृतीय स्थान मान्या, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान आरभ सिंह, द्वितीय स्थान अथरव कुमार एवं शुवोजीत एवं तृतीय स्थान अमेया देवर्षि तथा झारखंड राज्य के विभिन्न स्थानीय व्यंजन आधारित मुख्य कोर्स के साथ साथ पारंपरिक तथा विशिष्ट क्षेत्रीय व्यंजन आधारित स्टार्टर एवं डेजर्ट पकाना तथा उत्कृष्ट एवं रचनात्मकता रूप से प्रस्तुति देने के लिए शेफ प्रतियोगिता में प्रामाणिकता, प्रस्तुतिकरण, प्लेटिंग, सामग्रियों एवं तत्वों का सही उपयोग जैसे मानकों का अनुपालन के आधार पर प्रेम तुषार एवं सत्यम कुमार को प्रथम स्थान, जिया रंजन एवं मनीषा कुजूर को द्वितीय स्थान, मो. अब्दुल एवं अमित कुमार को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ तथा अनिशा केरकेट्टा एवं अंकित कुमार को सांत्वना पुरष्कार प्राप्त हुआ।
साथ ही पर्यटन का प्रचार-प्रसार, पर्यटन के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका एवं दुनिया को इसकी संभावनाएं प्रदर्शित करने के लिए मीडिया इंफ्लूएंसरस् को सम्मानित किया गया। सचिव पर्यटन मनोज कुमार द्वारा उपस्थित सभी लोगों को विश्व पर्यटन दिवस की बधाई देते हुए राज्य में पर्यटन गतिविधि पर सभी को संबोधित किया। पर्यटन निदेशक अंजली यादव द्वारा पर्यटन दिवस की शुभकानाएं दी तथा पर्यटन में आगामी त्योहार और गतिविधि को ले जागरूक किया गया।
आईएचएम के प्राचार्य डॉ. भूपेश कुमार सभी को विश्व पर्यटन दिवस की बधाई देते हुए सभी को पर्यटन के महत्व और इसके सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक प्रभावों को पर्यटन के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझने और इसे सुरक्षित तथा स्थायी बनाने में योगदान देने का अनुरोध किया। बताया कि इस वर्ष के थीम पर्यटन और स्थिरता से हमें यह समझना होगा कि पर्यटन को स्थायी बनाना आवश्यक है ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए हमारे संसाधनों का संरक्षण हो सके। हमें प्राकृतिक स्थलों, सांस्कृतिक धरोहरों और स्थानीय समुदायों की रक्षा करने पर जोर दिया।
इसके बाद आईएचएम रांची द्वारा भारत में पहला पारंपरिक खाद्य अनुसंधान यात्रा के तहत अंतरराष्ट्रीय शेफ सम्मेलन के अगले पड़ाव में झारखंड की पवन धरती पर आमंत्रित देशभर के शेफ विजय कुमार शाही, शेफ निशांत चौबे, शेफ आदित ग्रोवर, शेफ सिमरन सिंह थापर, शेफ संदीप पांडेय द्वारा स्थानीय व्यंजनों को बनाने के लिए इकट्ठा की गई पारंपरिक सामग्रियों से लाइव कूकिंग शो के माध्यम से विभिन्न स्थानीय पकवान बनाए गए।
कार्यक्रम के दौरान देबिका मंडल, सहायक प्रबंधक, झारखंड पर्यटन, पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार, डॉ. सुदर्शा यादव जनसंचार विभाग की प्रोफेसर, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड, डॉ. मनीषा उरांव, सह-संस्थापक, द ओपन फील्ड फार्म्स और कैंपट्राइब झारखंड तथा डॉ. भूपेश कुमार, प्राचार्य, आईएचएम द्वारा पर्यटन विकास एवं संबंधित क्षेत्र विषय पर वक्तव्य प्रस्तुत किए गए। आयोजित विश्व पर्यटन दिवस का समापन आईएचएम रांची के विभागाध्यक्ष आलोक अस्वाल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ की गया।
Maurya News18 Ranchi.