– झारखंड रक्षाशक्ति विश्वविद्यालय (Jharkhand Raksha shakti University) में कार्यरत तृतीय एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों के मानदेय में वृद्धि करने एवं आफर लेटर अब तक नहीं दिए जाने का मामला गरमाने लगा है
रांची : झारखंड रक्षाशक्ति विश्वविद्यालय (Jharkhand Raksha shakti University) में कार्यरत तृतीय एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों के मानदेय में वृद्धि करने एवं आफर लेटर अब तक नहीं दिए जाने का मामला गरमाने लगा है। सभी कर्मियों ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर मांगों को पूरा करने की आवाज उठाई है। कर्मियों ने दिए गए ज्ञापन के माध्यम से बताया कि वे इस विश्वविद्यालय में स्थापना वर्ष 2016 से कार्यरत हैं। पूर्व में ये संविदा पर कार्यरत थे लेकिन 2023 में पूर्व रजिस्ट्रार की मनमानी के कारण इन्हें संविदा से हटाकर बाह्य श्रोत माध्यम से जोड़ दिया गया। इसके बाद भी इन कर्मियों ने जीविका चलाने के कारण विरोध नहीं किया। कर्मियों ने कहा कि जबसे आउटसोर्सिंग कंपनी के माध्यम से चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों ने अपना योगदान दिया है तबसे चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों को अब तक किसी प्रकार का नियुक्ति पत्र भी नहीं दिया गया है जबकि डेढ़ वर्ष बीत चुके है। पूर्व में तृतीय वर्ग के कर्मचारियों को 26,000 रुपये एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों को लगभग 12,000 रुपये के मानदेय का भुगतान किया जाता था। कहा कि जबसे हम सभी कर्मियों को आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से योगदान देने को कहा गया है तबसे हमारा मानदेय भी आधा कर दिया गया और तृतीय वर्ग को 16,300 रुपये एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मी को 10,000 रुपये दिया जा रहा है, जो कि सरकार द्वारा तय मानक राशि से भी कम है। चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों को किसी प्रकार का अन्य विभागीय लाभ भी नहीं दिया जाता है, न ही मानदेय में कोई वृद्धि हो रही है। ज्ञापन के माध्यम से कहा गया कि जब इस संबंध में कुलसचिव से बात की जाती है तो उनके द्वारा हमें यह जानकारी दी जा रही कि पदवर्ग समिति द्वारा पद सृजन की अनुशंसा हो रही है जबकि हमारी मांग मानदेय वृद्धि से संबंधित है। कर्मियों ने कहा कि इतने कम मानदेय पर परिवार चलाना मुश्किल हो गया है।
Maurya News18 Ranchi.