- यह परीक्षा राज्य के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में सहायक प्राध्यापक पदों पर नियुक्ति तथा पीएचडी में प्रवेश के लिए पात्रता सुनिश्चित करने के लिए आयोजित की जा रही है
- इस पहल का उद्देश्य उच्च शिक्षा संस्थानों में शिक्षकों की भारी कमी को दूर करना और शोध को प्रोत्साहन देना है

रांची : झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) द्वारा 17 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद झारखंड पात्रता परीक्षा (JET) 2024 का आयोजन किया जा रहा है। यह परीक्षा राज्य के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में सहायक प्राध्यापक पदों पर नियुक्ति तथा पीएचडी (PHD) में प्रवेश के लिए पात्रता सुनिश्चित करने के लिए आयोजित की जा रही है। इस पहल का उद्देश्य उच्च शिक्षा संस्थानों में शिक्षकों की भारी कमी को दूर करना और शोध को प्रोत्साहन देना है। जेट परीक्षा दो पेपरों में आयोजित की जाएंगी। प्रथम पत्र में 50 वस्तुनिष्ठ प्रश्न होंगे, जो शिक्षण और शोध अभिरुचि पर आधारित होंगे तथा कुल 100 अंक के होंगे। वहीं द्वितीय पत्र विषय विशिष्ट होगा, जिसमें 100 प्रश्न पूछे जाएंगे और यह 200 अंकों का होगा। परीक्षा ओएमआर आधारित होगी और इसमें निगेटिव मार्किंग (Negative Marking) नहीं होगी। पूरी परीक्षा की अवधि तीन घंटे होगी, जिसमें किसी प्रकार का ब्रेक नहीं दिया जाएगा।

न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक अनिवार्य :
शिक्षाविद गोपाल झा ने बताया कि आयोग के अनुसार यह परीक्षा मुख्यतः रांची में आयोजित की जाएगी लेकिन आवेदनकर्ताओं की संख्या अधिक होने पर जमशेदपुर और बोकारो जैसे नगरों में भी केंद्र बनाए जा सकते हैं। परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थियों के पास संबंधित विषय में स्नातकोत्तर डिग्री होनी चाहिए, जिसमें न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक अनिवार्य हैं। परीक्षा में बैठने के लिए न्यूनतम आयु 21 वर्ष निर्धारित की गई है लेकिन अधिकतम आयु की कोई सीमा नहीं है, जो इसे अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तुलना में विशेष बनाता है। आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी और जेपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट (Website) के माध्यम से की जाएगी। सामान्य वर्ग (General Category) के लिए आवेदन शुल्क 1000 जबकि आरक्षित वर्गों (SC-ST, OBC एवं PWD) के लिए 600 रुपये निर्धारित है। जेट 2024 के माध्यम से कुल 2404 सहायक प्राध्यापक पदों पर नियुक्ति की जानी है, जिसमें 2154 नियमित और 250 बैकलॉग पद शामिल हैं। आयोग द्वारा 43 विषयों में परीक्षा आयोजित की जाएगी लेकिन कुल 60 विषयों के लिए रिक्तियां उपलब्ध होंगी। परीक्षा परिणाम में केवल शीर्ष 6 प्रतिशत परीक्षार्थियों को ही योग्य माना जाएगा।

अनारक्षित और ईडब्ल्यूएस वर्ग (EWS Category) के लिए न्यूनतम क्वालिफाइंग अंक 40 प्रतिशत निर्धारित किए गए हैं जबकि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग के लिए यह सीमा 35 प्रतिशत है। राज्य सरकार द्वारा एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए जेट उत्तीर्ण उम्मीदवारों को पीएचडी (PHD) में नामांकन लेने पर 22,500 प्रतिमाह की प्रोत्साहन राशि प्रदान करने की घोषणा की गई है। इससे झारखंड में उच्च शिक्षा और शोध गतिविधियों को मजबूती मिलेगी। बता दें कि इससे पूर्व जेट परीक्षा वर्ष 2008 में आयोजित की गई थी। जिसकी प्रक्रिया में अनियमितताओं को ले जांच चल रही थी। आयोग पारदर्शी और निष्पक्ष परीक्षा संचालन के लिए प्रतिबद्ध है। जेट 2024 (JET 2024) उन सभी युवाओं के लिए एक अवसर है, जो शिक्षण और शोध के क्षेत्र में अपना भविष्य देख रहे हैं। यह परीक्षा न केवल योग्यताओं को मान्यता प्रदान करेगी बल्कि राज्य के शैक्षणिक तंत्र को भी सशक्त बनाने में सहायक सिद्ध होगी।
Maurya News18 Ranchi.