– छह सदस्यीय जर्मन (German) कृषि विज्ञानी दल ने बीएयू अधीनस्थ कार्यरत कृषि विज्ञान केंद्र गिरिडीह का भ्रमण किया, कुलपति से कृषि क्षेत्र में सहभागिता की जताई इच्छा
रांची : जर्मनी के वेल्थुंगरहिल्फे संस्थान (डब्ल्यूएचएच) के छह सदस्यीय कृषि विज्ञानियों के दल ने बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी रांची के अधीनस्थ कार्यरत कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) गिरिडीह का भ्रमण किया। इस दल ने केवीके गिरिडीह के प्रक्षेत्रों में धान की सीधी बुआई, धान की पंक्ति में बुआई, गिलोय की खेती, बागवानी फसलों की उन्नत खेती, मशरूम यूनिट, वर्मी कम्पोस्ट यूनिट, पोषण वाटिका एवं तकनीकी पार्क को देखा। साथ ही किसान छात्रावास में स्थानीय किसानों के कार्यक्रमों का अवलोकन किया। इस दल में वेल्थुंगरहिल्फे संस्थान के कृषि विज्ञानी स्टेफनी ग्रेयबेल, निकोलस बेयूगेमन, यूनो मुलर, संचरि मुखोपाध्याय, विजय डे, गगन मेहता एवं कृष्णकांत शामिल रहे। भ्रमणशील जर्मन दल ने केवीके गिरिडीह के कृषि प्रसार गतिविधियों सराहना की।
दल ने आनलाइन माध्यम से बीएयू के कुलपति डा. ओंकार नाथ सिंह से चर्चा में भाग लिया। कुलपति ने दल को बीएयू द्वारा संचालित शिक्षण, शोध एवं प्रसार कार्यक्रमों की गतिविधियों से अवगत कराया। इस दौरान जर्मन दल द्वारा शोध कृषि क्षेत्र में सहयोग एवं सहभागिता की इच्छा व्यक्त की गई। दल ने संस्थान के कौशल विकास हस्तांतरण कार्यक्रम के अधीन जर्मनी के शोधकर्ता को केवीके गिरिडीह में आकर कृषि क्षेत्र में त्रैमासिक एवं अर्द्धवार्षिक इंटर्नशिप अध्ययन में सहयोग मांगा। वेल्थुंगरहिल्फे संस्थान (डब्ल्यूएचएच) जर्मनी की सबसे बड़ी निजी सहायता एजेंसियों में से एक है।
जैविक खाद, प्रसंस्करण एवं संवर्द्धन को बढ़ावा देने पर जोर :
दल ने दोनों संस्थानों के सहयोग से गिरिडीह जिला में जलवायु अनुकूल खेती, फुल, बागवानी, पशुपालन, जैविक खाद, प्रसंस्करण एवं संवर्द्धन को बढ़ावा देने पर जोर दिया। साथ ही इस संबंध में एमओयू करने की इच्छा व्यक्त की। दल ने कहा कि इस कार्यक्रम में स्थानीय एनजीओ अभिव्यक्ति फाउंडेशन भी शामिल होगा। एमओयू के तहत मुख्यतः शोध कार्य, तकनीकी हंस्तांतरण, उद्यमिता एवं कौशल विकास, ग्रामीण कृषक महिला सशक्तिकरण के कार्यों पर प्राथमिकता होगी। कार्यक्रम के दौरान केवीके गिरिडीह के प्रभारी डा. संजय सेठ ने छह सदस्यीय जर्मन दल का झारखंड संस्कृति के अनुरूप अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया। मौके पर डा. नवीन कुमार, मधुकर कुमार, मनोज कुमार, शुभंकर, युगल भारती तथा अभिव्यक्ति फाउंडेशन के कृष्णकांत प्रसाद, भीम सिंह आदि मौजूद रहे।