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विद्यार्थी जीवन का प्राकृत दायित्व अध्ययन और उसका अभ्यास है :  डॉ. तापस घोष

– डीएवी पब्लिक स्कूल बरियातू में प्रेम रावत फाउंडेशन द्वारा 11वीं तथा 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए कार्यक्रम आयोजित

रांची : डीएवी पब्लिक स्कूल बरियातू (DAV Bariyatu) में प्रेम रावत फाउंडेशन द्वारा 11वीं तथा 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्वयं की आवाज, अपने अंदर की शांति के प्रति सचेतता जागृत करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें वीडियो के माध्यम से विद्यार्थियों को बताया गया कि किस प्रकार वे स्वयं की लय एवं आत्मविश्वास बिना किसी से तुलना किए प्राप्त कर एक अद्वितीय इंसान बन सकते हैं। प्रत्येक मनुष्य को अपने ऊपर विश्वास, कठिन समय का ज्ञान, कृतज्ञता और प्रतिदिन अपने कर्म से संबंधित कार्यों का अभ्यास करना चाहिए। विद्यार्थी जीवन के लिए यह अत्यंत आवश्यक भी है क्योंकि वे ही कल के सामाजिक, आर्थिक और बौद्धिक उन्नति के आविष्कारक हैं। प्रतियोगिता एवं कठिनाई यह हर दौर में मौजूद रहीं हैं लेकिन उन पर नियंत्रण कर अपनी संज्ञानात्मक क्षमता को अपनी तरक्की में लगाने के आसान से उपाय विद्यार्थियों को बताए गए। प्राचार्य डा. तापस घोष ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन का प्राकृत दायित्व अध्ययन और उसका अभ्यास है। यह कभी कठिन है तो कभी अरूचिकर लेकिन भविष्य इसी में गढ़ा है। कठिनाइयों को स्वाभाविक मानकर अपनी क्षमता का श्रेष्ठ दायित्व निभाने का प्रयास सभी को करना चाहिए। विपरित परिस्थितियों में व्यग्र हुए बिना शांत चित्त से उसका समाधान खोजना चाहिए।
Maurya News18 Ranchi.

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