– डीएसपीएमयू में उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा डिजिटल इनिशिएटिव पर वर्कशाप आयोजित
– विश्वविद्यालयों के साथ जुड़कर अप्रेंटशिप और इंटर्नशिप जैसी महत्वपूर्ण गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा ताकि विद्यार्थियों का उच्च शिक्षा की ओर रुझान बढ़े : प्रधान सचिव
रांची : डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी रांची (DSPMU Ranchi) के सभागार में उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग झारखंड द्वारा डिजिटल इनिशिएटिव पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि मंत्री, उच्च और तकनीकी शिक्षा, झारखंड सरकार चम्पाई सोरेन, प्रधान सचिव, उच्च और तकनीकी शिक्षा, झारखंड राहुल कुमार पुरवार, डीएसपीएमयू के कुलपति डा. तपन कुमार शांडिल्य और अन्य अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं एवं उच्च तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा चलाए जा रहे कार्यों की विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि सरकार की ऐसी सोच और परिकल्पना होनी चाहिए कि ग्रामीण परिवेश के विद्यार्थियों को डिजिटल तकनीक से अवगत कराया जाए। ताकि वह उच्च शिक्षा प्राप्त कर रोजगार की दिशा में प्रयत्नशील रहें। उन्होंने सरकार के द्वारा चलाए जा रही योजनाओं के बारे बताया।
प्रधान सचिव राहुल कुमार पुरवार ने बताया कि झारखंड सरकार द्वारा शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए शिक्षा के क्षेत्र में कई योजनाएं क्रियान्वित हैं। जिसमें उच्च शिक्षा के लिए स्कालरशिप, बालिकाओं के लिए मानकी मुंडा स्कालरशिप, रिसर्च को प्रोत्साहन देने के लिए पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश करने वालों को स्कालरशिप देने के प्रविधान पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए जल्द ही जेईटी परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। कहा कि विश्वविद्यालयों के साथ जुड़कर अप्रेंटशिप और इंटर्नशिप जैसी महत्वपूर्ण गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा ताकि विद्यार्थियों का उच्च शिक्षा की ओर रुझान बढ़े।
कार्यशाला में शिक्षा को डिजिटल करने पर चर्चा :
डीएसपीएमयू के कुलपति डा. तपन कुमार शांडिल्य ने कहा कि यह हमारे विश्वविद्यालय के लिए गौरवान्वित करने वाला पल है कि उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग झारखंड सरकार द्वारा आयोजित इस कार्यशाला में शिक्षा को डिजिटल करने के महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करने के लिए हम सभी एकत्रित हुए हैं। उन्होंने कहा कि उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग के मंत्री और विभागीय सचिव के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। इसके बाद संजय कुमार राकेश, एमडी, सीएससी, एसपीवी द्वारा डिजिटल रेगुलेशन इन एजुकेशन की व्याख्या की गई। बताया गया कि सीबीसी द्वारा आम नागरिकों की सुविधा के लिए 5.8 लाख सेंटर चलाए जा रहे हैं। पहले सत्र में उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग झारखंड और राज्य के विश्वविद्यालयों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। दूसरे तकनीकी सत्र में विभाग के उप निदेशक डा. अनमोल कुमार लाल द्वारा पे फिक्सेशन पोर्टल और डा. धनंजय कुमार सिंह के द्वारा लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम पर विचार व्यक्त किए गए।
इनका रहा सहयोग :
कार्यक्रम में मंच संचालन डा. शुचि संतोष बरवार और धन्यवाद ज्ञापन विभाग के उप निदेशक डा. धनंजय कुमार सिंह के द्वारा दिया गया। इस अवसर पर उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग झारखंड के अवर सचिव सैय्यद रियाज अहमद, राम निवास यादव, निदेशक, उच्च शिक्षा विभाग झारखंड, राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, कुलसचिव और उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग के अधिकारी, डीएसपीएमयू के के शिक्षक और कर्मियों का सहयोग रहा।
Maurya News18 Ranchi.