- वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने अपनी तीन सूत्रीय मांगों को ले ज्ञापन सौंपा
रांची : वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने अपनी तीन सूत्रीय मांगों को ले मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव एवं शिक्षा सचिव को ज्ञापन सौंपा। तीन सूत्रीय मांगों में जैक द्वारा इंटरमीडिएट कालेज में नामांकन के लिए सीट कम करने, चौगुना अनुदान के लिए विभागीय प्रस्ताव को विधि एवं वित्त की सहमति के बाद मंत्री परिषद भेजना और बिहार के नियोजित शिक्षकों की तर्ज पर वित्तरहित स्कूल इंटर कालेज के शिक्षक कर्मचारियों को राज्य कर्मी का दर्जा दिया जाना शामिल है। इन मांगों के समर्थन में मोर्चा के सदस्यों के द्वारा 11 जून को शैक्षणिक हड़ताल का आह्वान किया गया है।
साथ ही स्कूल कालेज के मुख्य द्वार पर शिक्षा सचिव का पुतला फूंकने की भी बात कही है। सौंपे गए ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि राज्य में 190 प्रस्वीकृत इंटर कालेज हैं। जिसमें मात्र 83 कालेज में सीट बढ़ोतरी पूर्व में हुई है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के लागू होने से राज्य के विश्वविद्यालयों में कुलपतियों के द्वारा इंटरमीडिएट में नामांकन लेने से मना कर दिया गया है। इस वर्ष राज्य में 3,78,000 छात्र छात्राएं मैट्रिक परीक्षा पास हुए हैं। राज्य में लगभग 500 प्लस 2 स्कूल और 190 प्रस्वीकृत एवं 80 स्थापना अनुमति प्राप्त इंटर कालेज हैं। प्रस्वीकृत इंटर कालेज में जैक द्वारा प्रत्येक संकाय में 384 सीट निर्धारित की गई है।
जबकि स्थापना अनुमति प्राप्त इंटर कालेज में प्रत्येक संकाय में 128 सीट निर्धारित है। जिसका मोर्चा के सदस्य लगातार विरोध कर रहे हैं। सदस्यों ने कहा कि इंटर में सीट का आवंटन जैक बोर्ड के अधिकार क्षेत्र में आता है। जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। लेकिन हालिया जैक बोर्ड का निर्देश अधिनियम के विपरित है, जिसे वापस लिया जाए। वहीं दूसरी ओर मोर्चा के सदस्यों ने कुंदन कुमार सिंह की अध्यक्षता में बैठक कर 13 जून को राजभवन के सामने महाधरना देने का निर्णय लिया है।
जिसमें राज्य भर के शिक्षक व कर्मी हिस्सा लेंगे। बैठक में ही मोर्चा के सदस्यों ने 11 जून को शैक्षणिक हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया। शैक्षणिक हड़ताल के लिए पठन पाठन बंद रहेंगे और मुख्य द्वार पर शिक्षा सचिव का पुतला भी फूंका जाएगा। बैठक में रघुनाथ सिंह, हरिहर प्रसाद कुशवाहा, फजलुल कादरी अहमद, मनीष कुमार, अरविंद सिंह, गणेश महतो, डालेश चौधरी, नरोत्तम सिंह, बिरसो उरांव, संजय कुमार, देवनाथ सिंह, रघु विश्वकर्मा और रंजीत मिश्रा उपस्थित रहे।