पहला संस्करण राष्ट्र के 40 से अधिक शहरों से आए 100 से अधिक छात्रों के साथ एक ऐसा कार्यक्रम था जो एकता और प्रगति की भावना से गूंज उठा
रांची : आइआइएम रांची (IIM Ranchi) का यंग चेंजमेकर्स प्रोग्राम रूरल इमर्शन बूटकैंप के दूसरे संस्करण के साथ वापस आ गया है। पहला संस्करण राष्ट्र के 40 से अधिक शहरों से आए 100 से अधिक छात्रों के साथ एक ऐसा कार्यक्रम था जो एकता और प्रगति की भावना से गूंज उठा। आइआइएम रांची ने रसाबेड़ा ग्राम समिति के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। जहां उन्होंने गांव के व्यापक विकास के लिए यंग चेंजमेकर्स कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों द्वारा अर्जित 1.8 लाख रुपये की राशि देने का वादा किया। यह सहयोग रसाबेड़ा के निवासियों के लिए उज्ज्वल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगा। आइआइएम रांची ग्राम विकास योजना को विकसित करने और लागू करने में सहायता प्रदान करेगा। अबकी बार वैश्विक स्तर पर जाते हुए रूरल इमर्शन बूटकैंप 21 से 24 दिसंबर तक चार दिवसीय कार्यक्रम होगा, जिसे सामाजिक कार्यों और सामुदायिक विकास के प्रति उत्साही भावी नेताओं के लिए डिजाइन किया गया है। एक स्थाई और दीर्घकालिक प्रभाव बनाने के लिए प्रेरित किया गया है।
निदेशक (Director) दीपक श्रीवास्तव ने कहा कि यह आयोजन एक वैश्विक गठजोड़, विविध दृष्टिकोणों और प्रतिभाओं के चौराहे के रूप में काम करेगा। जहां विभिन्न सांस्कृतिक और भौगोलिक पृष्ठभूमि के व्यक्ति सामूहिक रूप से अन्वेषण और नवाचार की बहुमुखी भावना का पता लगाने, साझा करने और जश्न मनाने के लिए एकत्रित होंगे। इसे छात्रों को सशक्त बनाने, परिवर्तन के सक्रिय एजेंट बनने की उनकी क्षमता को बढ़ावा देने और उन्हें सार्थक कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेने में सक्षम बनाने के लिए डिजाइन किया गया है। वैश्विक स्तर पर ठोस, सकारात्मक परिवर्तन होंगे।
नौवीं से 12वीं कक्षा के छात्र भी ले सकेंगे हिस्सा :
आइआइएम रांची (IIM Ranchi) न केवल भारत के उत्साही दिमागों को बल्कि पूरे विश्व में फैले अग्रणी लोगों को निमंत्रण देता है। कार्यक्रम वर्तमान में कक्षा 9 से 12 या किसी समकक्ष शैक्षिक कार्यक्रम में नामांकित सभी विषयों के छात्रों का स्वागत करता है। आवास आइआइएम रांची परिसर में प्रदान किया जाएगा। प्रतिभागियों को देश के कुछ बेहतरीन प्रोफेसरों और सम्मानित अतिथि वक्ताओं से सीखने का मौका मिलेगा। जो उन्हें लाइव केस स्टडी से निपटने के लिए आवश्यक सभी ज्ञान से लैस करेंगे। प्रतिभागी सांस्कृतिक आदान-प्रदान में भाग लेंगे। जिससे आदिवासियों के प्रति उनकी संवेदनशीलता और जागरूकता बढ़ेगी। यह आदान प्रदान विविध जातियों के सामंजस्यपूर्ण सह अस्तित्व का
प्रतिनिधित्व करता है। जिनमें से प्रत्येक हमारी वैश्विक विरासत के समृद्ध ताने-बाने में अपने अनूठे रंगों का योगदान देता है।
युवा चेंजमेकर्स करेंगे गांव का दौरा :
युवा चेंजमेकर्स को रसाबेड़ा गांव का दौरा करने का मौका मिलेगा। जहां उन्हें रसाबेड़ा के लोगों के साथ बातचीत करते हुए ग्रामीण भारत और इसकी जटिलताओं को समझने का मौका मिलेगा।
प्रतिभागी अपने द्वारा खोजी गई चुनौतियों के लिए अपने नवोन्वेषी समाधान प्रस्तुत करेंगे। विशेषज्ञों का एक पैनल उनकी व्यावहारिकता, संभावित प्रभाव और स्केलेबिलिटी के आधार पर इन समाधानों का मूल्यांकन करेगा। शीर्ष टीम को उनकी उपलब्धियों के लिए प्रोग्राम लारिएट प्रमाण पत्र प्राप्त होगा।
पंजीकरण विवरण आइआइएम रांची की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।