- किसी पत्रकार की असामयिक मृत्यु होने पर स्वजनों को मिलेगी एकमुश्त आर्थिक सहायता
- मध्यप्रदेश की तरह बिहार में भी खुलेगा पत्रकारिता विश्वविद्यालय
पटना : NDA के चुनावी मैनिफेस्टो में वर्किंग जर्नलिस्ट ऑफ इंडिया, बिहार स्टेट यूनिट (WJI, Bihar) के ज्ञापन की दो मांगों को पूरी तरह शामिल किया गया है। ये मांगें हैं – किसी पत्रकार की असामयिक मृत्यु होने पर सरकार द्वारा उसके स्वजनों को एकमुश्त रकम बतौर सहायता देने और मध्यप्रदेश की तरह बिहार में भी सरकार द्वारा पत्रकारिता विश्वविद्यालय की स्थापना…। WJI, Bihar State Unit की एक मांग महिला पत्रकारों को हर महीने दो दिनों का विशेष अवकाश देने के संबंध में भी है, जिसे NDA के चुनावी मैनिफेस्टो में थोड़ा परिवर्तित कर नई महिला पत्रकारों को मासिक वित्तीय लाभ देने की बात कही गई है। ये दोनों मांगें एनडीए के सभी प्रमुख दलों की सहमति से उनके मेनिफेस्टो में शामिल किया गया और 31 अक्टूबर को इसके बड़े नेताओं द्वारा साझे रूप से जारी किया गया। इससे पहले महागठबंधन द्वारा भी अपने मैनिफेस्टो में पत्रकारों की दो मांगों को शामिल किया है, जो राज्य के हर प्रमंडल में प्रेस क्लब की स्थापना और पत्रकारों को मुफ्त स्वास्थ्य बीमा का लाभ देने के बारे में है।
पत्रकारहित से जुड़ी अपनी 8 सूत्रीय मांगों को उठाया :
बता दें कि वर्किंग जर्नलिस्ट ऑफ इंडिया, बिहार स्टेट यूनिट का प्रतिनिधिमंडल इसके अध्यक्ष भोला नाथ की अगुआई में हाल ही में पत्रकारहित से जुड़ी अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर सभी प्रमुख राजनीतिक दलों को ज्ञापन सौंपकर उनसे अपने चुनावी मैनिफेस्टो में उनको शामिल करने की मांग की थी। वर्किंग जर्नलिस्ट ऑफ इंडिया की बिहार ईकाई के अध्यक्ष भोलानाथ ने कहा महागठबंधन ने पत्रकारों की कुछ मांगों पर ध्यान दिया है, उसका हम स्वागत करते हैं और उम्मीद रखते हैं कि आगे हमारे अन्य सुझावों पर भी विचार किया जाएगा। भोलानाथ ने खुशी प्रकट की है कि वर्किंग जर्नलिस्ट ऑफ इंडिया की बिहार इकाई की पहल पर पहली बार पत्रकार हित की मांगों को राजनीतिक दलों या गठबंधन के मैनिफेस्टो में शामिल किया गया है। WJI, Bihar के उपाध्यक्ष प्रवीण बागी और केके लाल ने कहा यह भी ध्यान देने लायक है कि इस तरह की पहल पहली बार किसी पत्रकार संगठन वर्किंग जर्नलिस्ट ऑफ इंडिया, बिहार स्टेट यूनिट की तरफ से की गई।
Maurya News18 Patna.

