- झारखंडी भाषाओं में करें काम, इससे आपको मिलेगी अलग पहचान
- निर्देशक किरण जादव ने कहा आप जब अपने राज्य के विषय और भाषा में अच्छी फिल्में बनाएंगे तो इस इंटरनेट युग में उसे ग्लोबल होते देर नहीं लगेगी
- केईएस श्राफ कालेज मुंबई से लौटै आरयू के छात्रों का हुआ स्वागत
रांची : Ranchi University के School of Mass Communication में केईएस श्राफ कालेज Mumbai से लौटे छात्रों का स्वागत किया गया। इस स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम को धरातल पर उतारने में डिपार्टमेंट के निदेशक प्रोफेसर डा. बीपी सिन्हा ने सभी छात्रों को इस सफल भ्रमण के लिए बधाई दी। कहा कि यह स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम (Student exchange program) आरयू तथा स्कूल आफ मास कम्यूनिकेशन के लिए एक उपलब्धि है। बता दें कि 22 जुलाई को स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत आरयू के 11 छात्र विभाग के शिक्षक मनोज कुमार शर्मा के नेतृत्व में केईएस श्राफ कालेज मुंबई यूनिवर्सिटी गए थे।
सात दिवसीय कार्यक्रम में आयोजित सत्रों में केईएस श्राफ कालेज आफ कामर्स एंड आर्ट्स मुंबई यूनिवर्सिटी में प्रसिद्ध अभिनेता यशपाल शर्मा, चर्चित लेखक, निर्देशक और किस्सागोई प्रस्तोता पवन कुमार, प्रसिद्ध साउंड इंजीनियर नितिन पेढनेकर तथा फिल्म स्टडीज एंड कम्यूनिकेशन के प्राध्यापक आशीष रिछार्या ने छात्रों को फिल्म, डाक्यूमेंट्री तथा वीडियो प्रोडक्शन से संबंधित बातें सिखाईं। प्रसिद्ध स्टैंड-अप कामेडियन रहमान खान ने भी आरयू के छात्रों से मुलाकात की। इस दरम्यान कन्हैयालाल, दादा लखमी जैसी फिल्में भी दिखाई गईं। 24 जुलाई को बालीवुड के चर्चित साउंड इंजीनियर नितिन पेढनेकर ने छात्रों को अपनी मराठी शार्ट फिल्म रीकनेक्ट और नदी दिखाई और आरयू के छात्रों को कहा कि आप सभी अपने झारखंड के मुद्दों पर फिल्में बनाएं।
साथ ही झारखंडी भाषाओं में काम करें। इससे आपको अलग पहचान मिलेगी। वहीं निर्देशक किरण जादव ने कहा आप जब अपने राज्य के विषय और भाषा में अच्छी फिल्में बनाएंगे तो इस इंटरनेट युग में उसे ग्लोबल होते देर नहीं लगेगी। बालीवुड के अभिनेता यशपाल शर्मा ने अपनी फिल्म लखमी दादा दिखाई, जो हरियाणा के कवि और लोकगायक दादा लखमी की बायोपिक है। इस फिल्म को देश विदेश में 71 पुरस्कार मिल चुके हैं। यशपाल शर्मा ने छात्रों को बताया कि आप सभी लोकल मुद्दों को अपनी फिल्मों में जगह दें। लोकल मुद्दों पर बनी फिल्मों की आज बहुत ज्यादा मांग है। वहीं भारत इरान सांस्कृतिक बोर्ड के सदस्य अमान अल सय्यादी ने शिक्षक मनोज कुमार शर्मा को इरान में आकर फिल्में बनाने का प्रस्ताव भी दिया।
पवन कुमार ने सिनेफिलिया से बताए किस्सागोइ प्रस्तुति के तरीके :
छात्रों ने पहली बार पवन कुमार की टीम द्वारा किस्सागोई की प्रस्तुति सिनेफिलिया देखी। उनकी टीम में गायक विनोद दूबे और प्रस्तोता विभाष मिश्र की प्रस्तुति देखकर आरयू के छात्रों ने कहा कि इस तरह से किसी विषय पर रोचक प्रस्तुति को वह झारखंड के परिदृश्य में भी अवश्य पेश करेंगे। प्राध्यापक आशीष रिछारिया ने छात्रों को स्क्रिप्ट पढ़ने के बाद सीन दर सीन कैसे अभिनय करते हैं उसे व्यावहारिक रूप में सिखाया। कुछ सीन पढ़ाकर छात्रों से अभिनय करवा कर उसे व्यावहारिक रूप में दिखाया। बताया कि पहले कैसी तैयारी करें ताकि एक ही बार में वह सीन शूट हो सके, जिससे समय और लागत की बचत हो। इस दरम्यान छात्रों ने पहली बार स्क्रिप्ट के अनुसार वीडियो शूट करने के अनुभव को प्राप्त किया।
नए तरीके से सब कुछ प्रस्तुत करें :
आस्ट्रेलिया में एंफिबियंस प्रोडक्शन के स्वप्नेश दूबे ने आरयू के छात्रों को फिल्म और शार्ट फिल्म प्रोडक्शन के बारे में विस्तार से बताया। कहा कि आप सभी किसी का अनुसरण करने के बजाय अपने तरीके से काम करें। वहीं आरयू के छात्र राहुल कुमार ने झारखंड राज्य पर बनी डाक्यूमेंट्री तथा यूजी सेमेस्टर 2 के छात्र उत्कर्ष, सुहाना, आकांक्षा, जगजीत और श्रुति की डाक्यूमेंट्री अनाद्रित भी दिखाई गई, जिसे बहुत सराहा गया। छात्र यमीन ने अपनी बनाई हुई सोहराई पेंटिंग कालेज के प्रिंसिपल डा. लिलि भूषण को भेंट की। समापन के दिन आरयू के छात्रों ने झारखंड के पारंपरिक गीत, संगीत की प्रस्तुति दी, जिसे सुनकर वहां के प्राध्यपाक, छात्रों तथा केईएस श्राफ कालेज की प्रिंसिपल ने बहुत पसंद किया।