– रीडिंग विदाउट सीइंग बिना देखे कैसे पढ़ें विषय पर कार्यशाला का आयोजन
रांची : राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ झारखंड शाखा और बुकशेयर इंडिया के संयुक्त प्रयास से Reading without seeing बिना देखे कैसे पढ़े…विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य दृष्टिबाधित व प्रिंट डिसएबल लोगों को सूचना तकनीक व डिवाइस के माध्यम से पढ़ने के सरल तरीके के बारे में बताया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य दृष्टिहीन व अल्प दृष्टिमान लोगों को पढ़ने में आने वाली दिक्कतें और तकनीक के माध्यम से उपलब्ध समाधानों के बारे में बताना था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर बुकशेयर इंडिया व अफ्रीका के कंट्री डायरेक्टर डॉ. होमियार ने बताया हमारे देश में आज भी आधुनिक तकनीक के प्रयोग के माध्यम से पढ़ने के उपलब्ध विकल्पों व ऑनलाइन पुस्तकालयों के बारे में दृष्टिबाधित लोगों के बीच में जागरूकता नहीं है। यह कमी झारखंड जैसे प्रदेश में सबसे अधिक है। उपस्थित दृष्टि बाधित छात्र-छात्राओं ने बताया उन्हें इन तकनीकों के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त हुई और वह अपने पठन-पाठन में इनका प्रयोग कर अपनी ग्रहण क्षमता को और अधिक बढ़ा सकते हैं। आधुनिक तकनीक उन्हें कई सारे एप्लीकेशन की सुविधा प्रदान करता है जो उनके पढ़ने और सुनने की कार्यों को सरल बना रही है।
कार्यक्रम का स्वागत भाषण एनीबॉडी झारखंड के को-ऑर्डिनेटर अरुण कुमार सिंह ने दिया और मंच संचालन करते हुए बताया कि राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ पिछले 50 वर्षों से भारतवर्ष में दृष्टिबाधित व दिव्यांग जनों के अधिकारों के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने बताया राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ के महासचिव एसके रूंगटा के योगदान का परिणाम है कि आज देश में इतनी संख्या में दृष्टिबाधित लोग नौकरियां प्राप्त कर रहे हैं और अन्य क्षेत्रों में आगे बढ़ रहे हैं। महिला उपाध्यक्ष रूपम कुमारी ने बताया कि पूरे झारखंड से लगभग 50 की संख्या में दृष्टिबाधित छात्र-छात्राएं उपस्थित थे और ट्रेनिंग का लाभ उठाया। मौके पर विश्व भारती जनसेवा के महासचिव नरेंद्र कुशवाहा ने बताया वह इस संस्था के साथ मिलकर भविष्य में कार्य करेंगे। कार्यक्रम में महिला उपाध्यक्ष ने सबका स्वागत किया साथ ही महिलाओं को आधुनिक उपकरणों के साथ-साथ रोजी रोजगार से जोड़ने की बात कही। उनके अधिकारों की रक्षा के लिए बताया कि राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ सब सभी दिव्यांग महिलाओं के लिए कार्य करना चाहती है।
अजीत कुमार ने झारखंड के दृष्टिबाधित जनों की समस्याओं को उजागर करते हुए बताया कि झारखंड में आर्थिक तंगी के कारण कई ऐसे दृष्टिबाधित दिव्यांग हैं जिन्हें सही शिक्षा न देने के कारण आज भी समाज की मुख्यधारा से नहीं जोड़ पाए हैं। निकेता चौधरी ने बताया कि वह वैसे लोगों के लिए मिलकर काम करना चाहते हैं और समाज में उनका जो भी योगदान हो वह करेंगे। मौके पर 60 विद्यार्थी और उनके स्वजन समेत नरेश कुमार, मनीषा कुमारी, वीना कुमारी, सीमा कुमारी, शिव शिव साहू, अजीत कुमार, मिथिलेश कुमार, सतपाल सिंह व अन्य उपस्थित रहे।
Maurya News18 Ranchi.