- टीबी मुक्त अभियान : TB मरीजों के बीच निक्षय मित्र ने किया फूड पैकेट का वितरण
- चिकित्सीय परामर्श के अनुसार दवा खाने की है आवश्यकता
- मरीजों को पौष्टिक आहार के लिए सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि देने का है प्रावधान : CDO

पूर्णिया : देश को टीबी मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा हरसंभव पहल की जा रही है ताकि देश को पूरी तरह से टीबी मुक्त बनाया जा सके। इस बाबत केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग को लक्ष्य निर्धारित कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया चुका है। सरकार के टीबी मुक्त लक्ष्य को स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर हाल में पूरा किया जा रहा है। इसके लिए जिले में टीबी ग्रसित मरीजों के बीमारी का इलाज एवं दवा सरकार के द्वारा निशुल्क दी जाती है। इसके लिए ग्रसित मरीजों को समय पर जांच और इलाज शुरू किया जा रहा है। इसलिए लक्षण दिखते ही संबंधित मरीजों को जल्द स्वास्थ्य संस्थानों या नजदीकी सरकारी अस्पतालों में जांच करानी चाहिए और चिकित्सीय परामर्श के अनुसार दवा खाते हुए टीबी से सुरक्षित होना चाहिए।

15 अक्टूबर को राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल परिसर स्थित जिला यक्ष्मा केंद्र के सभागार में निक्षय मित्र के द्वारा दर्जनों टीबी मरीजों को पौष्टिक आहार खाने के लिए फूड पैकेट का वितरण किया गया। इस अवसर पर CDO डॉ कृष्ण मोहन दास, टीबी विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दिनेश कुमार, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पूर्णिया कोर्ट के प्रभारी डॉ प्रतिभा कुमारी, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मधुबनी की चिकित्सक डॉ दीप्ति मिश्रा, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पूर्णिया सिटी की डॉ मेहतलता जबी, डीपीएस राजेश कुमार शर्मा, सपोर्टिंग पार्टनर केएचपीटी के जिला समन्यवक मो. मासूम रजा, विद्या बिहार इंस्टीट्यूट के दुर्गेश झा सहित जिला यक्ष्मा केंद्र के एसटीएस, एसटीएलएस एवं सभी यक्ष्मा केंद्र कर्मी उपस्थित रहे।

मरीजों को पौष्टिक आहार के लिए सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि देने का है प्रावधान :
जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. कृष्ण मोहन दास ने बताया टीबी बीमारी से संक्रमित मरीजों को निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज के दौरान लगातार छह माह तक 500 रुपये प्रत्येक महीने प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है, जो मरीजों के बैंक खाते में दी जाती है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग या अन्य अधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा निक्षय मित्र बन कर फूड पैकेट का वितरण किया जाता है। ताकि टीबी के मरीजों को खाने के लिए पौष्टिक आहार मिल सके।

फूड पैकेट में मिले पौष्टिक आहार से ठीक हो रहे टीबी मरीज :
DPS राजेश शर्मा ने बताया सभी मरीजों को टीबी ग्रसित होने पर बहुत अधिक कमजोरी होती है। जिला यक्ष्मा केंद्र से आवश्यक जांच और नियमित रूप से दवा का सेवन करने से मरीजों में पहले से बहुत सुधार हो रहा है। मरीजों को टीबी ग्रसित होने के दौरान पौष्टिक आहार खाने के लिए टीबी नियंत्रण केंद्र के अधिकारी एवं कर्मियों द्वारा लगातार फूड पैकेट दिया जाता है। जिसको खाने के बाद मरीज स्वस्थ हो रहे हैं। टीबी ग्रसित मरीजों का कहना है कि स्वस्थ्य होने में पौष्टिक आहार का विशेष योगदान होता है। जिसका वितरण विभाग के द्वारा किया जाता हैं। बीमार होने पर ग्रसित मरीज को घूमने फिरने में काफी दिक्कतें होती थी लेकिन यक्ष्मा केंद्र से नियमित रूप से पौष्टिक आहार प्राप्त करते हुए उसका सेवन करने और आवश्यक दवाई खाने से अब चलने फिरने में कोई दिक्कत नहीं होती। आवश्यक दवा और पौष्टिक आहार सेवन से टीबी को मात देकर स्वस्थ और सुरक्षित जीवन का लोग लाभ उठा सकेंगे।
Maurya News18 Purnea.

