- एनआइटी कर्नाटक से इंजीनियरिंग करने के बाद पा रहे 33 लाख का पैकेज
- राज्य स्तरीय आकांक्षा से मेडिकल, इंजीनियरिंग और क्लैट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होकर हो रहे सफल, कई नामचीन संस्थाओं में पा रहे नामांकन
रांची : सतत अभ्यास और राज्य स्तरीय आकांक्षा के शिक्षकों की मदद से आर्थिक रुप से कमजोर छात्र छात्राओं को करियर संवारने का नया आसमां मिल रहा है। शहर के जिला स्कूल परिसर स्थित राज्य स्तरीय आकांक्षा से प्रतिवर्ष मेडिकल के 50, इंजीनियरिंग के 75 और क्लैट के 50 छात्र छात्राएं प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होकर अपनी प्रतिभा का परिचय दे रहे हैं। यही नहीं सफलता का दर शहर की नामचीन संस्थान से कमतर भी नहीं है और झारखंड समेत अन्य राज्यों की तकनीकी संस्थानों में नामांकन लेकर अच्छी पगार पर चयनित भी हो रहे हैं।
आकांक्षा के शिक्षक डा. रंजीत कुमार सिंह कहते हैं कि यहां पढ़ाई करने वाले नितेश ओरैकल जैसी संस्था में पा रहे 33 लाख रुपये का पैकेज, धीरेन यादव जोप्समार्ट में पा रहे 15 लाख का पैकेज, गया प्रसाद शर्मा इंक्क्रेफ बैंगलुरु में पा रहे 15 लाख का पैकेज और रंजीत मंडल को 11 लाख का सालाना सैलेरी पैकेज मिल रहा है। चयनित छात्रों ने बताया कि आकांक्षा में पढ़ाई करने के बाद उनके हौसले बढ़ते गए। आर्थिक रुप से कमजोर परिवार के इन बच्चों ने इंजीनियरिंग की परीक्षा में सफल होकर माता पिता व गुरुजनों का नाम रौशन किया है।
केस 1 : आकांक्षा से इंजीनियरिंग परीक्षा की तैयारी करने के बाद सफल हुए नितेश कुमार ने एनआइटी सुर्थकल, कर्नाटक से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की। अपने पहले प्रयास में इंजीनियरिंग की परीक्षा पास करने के साथ साथ ओरेकल जैसी कंपनी में प्लेसमेंट की प्रक्रिया पूरी की और 33 लाख रुपये के सालाना पैकेज पर चयनित होकर अपनी करियर को नया आसमां देने में कामयाब रहे।
केस 2 : आकांक्षा से इंजीनियरिंग परीक्षा की तैयारी करने के बाद सफल हुए धीरेन यादव एनआइटी अगरतल्ला से प्रोडक्शन इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। इन्होंने भी अपने पहले प्रयास में ही न सिर्फ इंजीनियरिंग की परीक्षा पास की बल्कि जोप्समार्ट जैसी कंपनी में चयनित होकर 12 लाख रुपये का सैलेरी पैकेज भी प्राप्त किया।
केस 3 : आकांक्षा से इंजीनियरिंग परीक्षा की तैयारी करने के बाद सफल हुए गया प्रसाद शर्मा एनआइटी जमशेदपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। इनक्रेफ बैंगलुरु कंपनी में इन्हें 10 लाख रुपये सालाना पैकेज पर चयनित किया गया है।
केस 4 : आकांक्षा से इंजीनियरिंग परीक्षा की तैयारी करने के बाद सफल हुए रंजीत मंडल ने भी एनआइटी जमशेदपुर से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। इन्हें आइसीआइसीआइ बैंक में 10 लाख रुपये सालाना सैलेरी पैकेज पर चयनित किया गया।