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IIM Ranchi : जर्नल आफ मैनेजमेंट स्टडीज लांच, सहकर्मी समीक्षा व मूल शोध पर चर्चा…

– आइआइएम रांची (IIM Ranchi) ने जर्नल आफ मैनेजमेंट स्टडीज के प्रिंट संस्करण के लांच और आइपीएम इंडक्शन 2023 के समापन समारोह का मनाया जश्न

रांची : आइआइएम रांची (IIM Ranchi) ने जर्नल आफ मैनेजमेंट स्टडीज के प्रिंट संस्करण के लांच और आइपीएम इंडक्शन 2023 के समापन समारोह का जश्न मनाया। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। आइआइएम  रांची जर्नल आफ मैनेजमेंट स्टडीज अंतरराष्ट्रीय दायरे का एक ओपन एक्सेस जर्नल है। आइआइएम रांची के निदेशक दीपक श्रीवास्तव ने बताया कि आइआरजेएमएस एमराल्ड पब्लिशिंग ग्रुप द्वारा प्रकाशित किया जाता है और इसका स्वामित्व भारतीय प्रबंधन संस्थान रांची के पास है, जो देश का एक प्रमुख सार्वजनिक बिजनेस स्कूल है। 

आइआरजेएमएस एक द्वि-वार्षिक अंतरराष्ट्रीय पत्रिका है जो प्रबंधन के सभी क्षेत्रों और अर्थशास्त्र और मनोविज्ञान जैसे संबंधित विषयों में बेहतरीन डबल ब्लाइंड, सहकर्मी समीक्षा, मूल शोध (अनुभवजन्य और वैचारिक दोनों) प्रकाशित कर रही हैं। कार्यक्रम की शुरुआत आइआइएम रांची के निदेशक, डीन एकेडमिक्स प्रो. प्रदीप कुमार बाला और आइपीएम अध्यक्ष प्रो. दीपक कुमार, प्रो. आदित्य शंकर मिश्रा द्वारा संयुक्त रुप से दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई।

निदेशक ने 2023-28 बैच के आइपीएम में शामिल होने वालों का स्वागत किया। अपने कार्यक्रम के दौरान उन्हें मिलने वाले 3 अवसरों की जानकारी दी। जिसमें सामाजिक संवेदनशीलता, जीवन कौशल और समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करना शामिल है। वहीं मुख्य अतिथि सुरेश प्रभु ने आज सही निर्णय लेकर भविष्य को आकार देने, अनिश्चितता और अशांति से निपटने के महत्व के बारे में बात की। युवा नेताओं को इन चुनौतियों का सामना करने के लिए कैसे तैयार किया जा सकता है। उन्होंने संघर्ष समाधान, रोजगार सृजन, संपत्ति मूल्यांकन और उद्यमिता जैसे विषयों पर आधुनिक शोध के दायरे के बारे में बात की।

प्रो. आदित्य शंकर मिश्रा ने आइआरजेएमएस को संस्थान के मिशन के अनुरूप एक पत्रिका के रूप में पेश करके कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने अपने अस्तित्व के पहले 1.5 वर्षों में आइआरजेएमएस की सफलता के बारे में बात की। जिसमें 22 पेपर प्रकाशित, 50 हजार लेख डाउनलोड और 100 उद्धरण शामिल थे। प्रो. प्रदीप कुमार बाला ने छात्रों को अपने जुनून का पालन करने और खुद से प्रतिस्पर्धा करने के लिए प्रेरित किया।

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