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75 प्रतिशत अनुदान राशि की बढ़ोतरी की सहमति नहीं मिलने के विरोध में शिक्षकों ने की हड़ताल

&NewLine;<ul class&equals;"wp-block-list">&NewLine;<li>शैक्षणिक हड़ताल के कारण स्कूल कालेज के मुख्य द्वार पर ताला लटका रहा<&sol;li>&NewLine;<&sol;ul>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<figure class&equals;"wp-block-image size-large"><img src&equals;"https&colon;&sol;&sol;mauryanews18&period;com&sol;wp-content&sol;uploads&sol;2025&sol;10&sol;1000151015-1024x1021&period;jpg" alt&equals;"" class&equals;"wp-image-4656"&sol;><&sol;figure>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p><strong>रांची &colon; <&sol;strong>राज्य के 1250 इंटर कालेज&comma; उच्च विद्यालयों&comma; संस्कृत विद्यालयों एवं मदरसा विद्यालयों में लगभग 10&comma;000 शिक्षक कर्मचारी 75 प्रतिशत अनुदान राशि की बढ़ोतरी के संलेख प्रस्ताव पर अभी तक कैबिनेट की सहमति नहीं मिलने के कारण शैक्षणिक हड़ताल पर हैं। बुधवार को भी राज्य के वित्तरहित स्कूल&comma; इंटर कालेज में शैक्षणिक हड़ताल रही। शैक्षणिक हड़ताल के कारण स्कूल कालेज के मुख्य द्वार पर ताला लटका रहा। शिक्षक कर्मचारी मुख्य द्वार पर ताला लगाकर नारा लगा रहे थे कि 75 प्रतिशत अनुदान की वृद्धि करना होगा&comma; करना होगा…। शैक्षणिक हड़ताल के कारण लगभग तीन लाख से अधिक छात्र-छात्राओं का पठन-पाठन बाधित हुआ। छात्र-छात्राएं स्कूल कालेज आए लेकिन द्वार पर ताला लटका देख वापस घर लौट गए। हड़ताल पर डटे शिक्षकों ने बताया कि वर्ष 2015 में राज्य सरकार ने दोगुना अनुदान दिया था। 10 वर्ष हो गए और महंगाई बढ़ गई लेकिन अब तक अनुदान में बढ़ोत्तरी नहीं की गई है जबकि केंद्र सरकार आठवां वेतनमान देने के लिए कमेटी बना दी है। राज्य सरकार 2004 अधिनियम के अनुसार संबद्ध डिग्री कालेज&comma; इंटर कालेज&comma; उच्च विद्यालयों&comma; संस्कृत विद्यालय एवं मदरसा विद्यालयों को अनुदान देती है। शिक्षकों ने बताया कि वर्ष 2022 में जब मुख्यमंत्री के पास उच्च शिक्षा विभाग था तो संबद्ध डिग्री कालेज को अनुदान दिया गया और 2024-25 में इन्हें अनुदान की राशि मिली। इस वर्ष दो माह से अधिक समय बीत चुका है इस मामले पर विमर्श तक नहीं हुआ है। विमर्श के समय निर्धारण के लिए संचिका मुख्यमंत्री के पास पड़ी है लेकिन अब तक विमर्श का समय निर्धारित नहीं किया गया है। इन मुद्दों के मद्देनजर वित्तरहित शिक्षक संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने राज्यभर में शैक्षणिक हड़ताल की। मोर्चा के कुंदन सिंह&comma; रघुनाथ सिंह&comma; हरिहर प्रसाद कुशवाहा&comma; फजलुल कादिर अहमद&comma; गणेश महतो&comma; अरविंद सिंह&comma; चंदेश्वर पाठक&comma; मनीष कुमार&comma; देवनाथ सिंह&comma; नरोत्तम सिंह&comma; मनोज तिर्की&comma; रेशमा बैक&comma; संजय कुमार&comma; पशुपति महतो&comma; बिरसो उरांव&comma; अनिल तिवारी&comma; रघु विश्वकर्मा&comma; विनय उरांव&comma; मनोज कुमार&comma; मुरारी प्रसाद सिंह और रंजीत मिश्रा ने शैक्षणिक हड़ताल को सफल बताया। उन्होंने कहा कि यह वित्तरहित शिक्षक कर्मचारियों की एकता के कारण संभव हुआ। मोर्चा के सदस्य 16 अक्टूबर को सर्वोदय बाल निकेतन उच्च विद्यालय धुर्वा में वित्तरहित इंटर कालेज&comma; उच्च विद्यालयों&comma; संस्कृत विद्यालयों एवं मदरसा विद्यालयों के प्राचार्य प्रधानाचार्य एवं शिक्षक प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई है।<br><strong>Maurya News18 Ranchi&period;<&sol;strong><&sol;p>&NewLine;

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