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खगड़िया नगर परिषद में कनीय अभियंता की बहाली की खुलेगी जल्द पोल-पट्टी ।

जांच में फर्जी मामला निकलने पर कनीय अभियंता की हो सकती है गिरफ्तारी ।

खगड़िया नगर परिषद में किसने की फर्जी बहाली !

नगर विकास मंत्रालय ने मांगी है बहाली प्रक्रिया की कागजी रिपोर्ट ।
फर्जी बहाली के पुख्ता सबूत के साथ होगी सख्त कार्रवाई ।
सांसद औऱ पूर्व विधायक भी विभाग को लिख चुके हैं बहाली फर्जी है,कार्रवाई हो ।

नयन, मौर्य न्यूज18, खगड़िया ।

खगड़िया नगर परिषद में कनीय अभियंता की बहाली पर सवाल उठ रहे हैं । सवाल ये की वर्तमान कनीय अभियंता रौशन कुमार की बहाली ही फर्जी है । इनकी बहाली की प्रक्रिया पर वर्तमान सांसद महबूब अली कैसर और पूर्व विधायक पूनम देवी भी इसपर सवाल उठाते हुए पत्र लिखकर उपमुख्यमंत्री औऱ विभागीय मंत्री को लिखा, नतीजा अब बिहार सरकार के नगर विकास विभाग की ओर से एक पत्र जारी कर बहाली की प्रक्रिया की पूरी रिपोर्ट नगर परिषद, खगड़िया से मांगी गई है । जांच की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू होगी । और पूरी पोल-पट्टी खुलेगी । आखिर बहाली कैसे किस नियम से हुई । आग लगी है तो ये अब धधकेगी ही । लहलाहेगी । क्योंकि इस बहाली की प्रक्रिया में कई लोग लपेटे में आ सकते हैं । जांच में बहाली फर्जी साबित हुई तो कनीय अभियंता पर गिरफ्तारी की गाज तो गिरेगी ही । इसमें संलिप्त कर्मियों पर भी कानूनी शिकंजा भी कसेगा ।

मौर्य न्यूज18 ने भी इस संबंध में कागजी रिपोर्ट इक्ट्ठा की है । जिस रिपोर्ट के आधार पर आपको पूरी जानकारी देने की कोशिश कर रहे हैं । इसमें सारे पक्ष की रिपोर्ट भी आपके सामने पेश कर रहा हूं । ताकी इस बहाली के खेल को आप आसानी से समझ सकें ।

खगड़िया नगर परिषद में कनीय अभियंता रौशन कुमार की बहाली पर उठ रहे सवाल

पहले समझिए बहाली हुई कैसे ।

खगड़िया नगर परिषद की सशक्त स्थानीय समिति की बैठक हुई। बैठक 14 जुलाई 2014 को नगर परिषद के ततकालीन सभापति के नेतृत्व में हुई । जिसमें तय हुआ कि 11,00/-प्रति दिन मानदेय के आधार पर एक माह के लिए कनीय अभियंता की बहाली/नियोजन की जाए। इस बात पर सहमति बनी और फिर इसी निर्णय के आधार पर 15 जुलाई 2014 को पत्र जारी कर दिया गया ।

इसी को आधार बनाते हुए 24 अगस्त 2014 को 22,000/-प्रतिमाह मानदेय रखते हुए रौशन कुमार को एक माह के लिए कनीय अभियंता पद पर नियोजित कर लिया गया । इस बहाली के बाद पत्रांक -1622 दिनांक – 01 सितम्बर 2014 यानि 01-09-2014 को 11 माह का विस्तार देने का पत्र भी जारी कर दिया गया । तब से अबतक यानि समाचार लिखे जाने तक जनवरी 2022 को भी कनीय अभियंता रौशन कुमार पद पर बने हुए हैं । फूल पावर में हैं। वेतन भी उठा रहे हैं । कहा जा रहा है ये प्रक्रिया ही सरकारी नियम के विरूद्ध है । बहाली फर्जी है । तो फिर सही क्या है ये भी समझना जरूरी है । नियम क्या कहता है ।

बिहार सरकार सामान्य प्रशासन विभाग के अनुसार
नगर परिषद में कनीय अभियंता की बहाली के बारे में क्या है नियम ।

सामान्य प्रशासन विभाग बिहार सरकार की बहाली की प्रक्रिया के नियम कानून को समझें तो क्या-क्या है नियम बारीक से समझिएगा ।

नियम कहता है नगर निकाय में कनीय अभियंता पद की बहाली के लिए पहले आपको खुला आमंत्रण देना है यानि विज्ञापन देना है

जिसमें बहाली के लिए योग्यता, वेतनमान, आरक्षण सारी प्रक्रिया का जिक्र होता है, उस आधार पर आवेदक आवेदन करेंगे ।

नियम में स्पष्ट ये भी है कि इस पद के लिए सेवानिवृत कनीय अभियंता यानि रिटायर अभियंता ही आवेदन कर सकते हैं । ऐसे ही अभ्यर्थी की नगर निकाय में कनीय अभियंता पद पर बहाली होगी ।

सामान्य प्रशासन विभाग का रोसटर क्या कहता है इसकी कांपी यहां आप देख सकते हैं ।

अब समझिए बहाली क्यों फर्जी कही जा रही है ।

जब बिहार सरकार का सामान्य प्रशासन विभाग ये कहता है कि नगर निकाय में कनीय अभियंता की बहाली सेवानिवृत अभियंता की ही होगी । इस पद के लिए सेवानिवृत अभियंता ही अभ्यर्थी हो सकते हैं तो फिर वर्तमान में खगड़िया नगर परिषद में नियोजित कनीय अभियंता रौशन कुमार क्या रिटायर अभियंता रहे हैं । ऐसा तो उनकी उम्र से विल्कुल नहीं लग रहा ।

दूसरी औऱ सबसे पहली बड़ी बात कि इस पद के लिए नियोजित करना ही था तो अखबारों में विज्ञापन देना जरूरी था । पद की बहाली के लिए कोई विज्ञापन जारी नहीं किए गए । तो फिर बिना इस नियम के पालन के कनीय अभियंता की बहाली कैसे कर दी गई । यदि की गई तो मामला फर्जी का बनता दिख रहा है । ये सब नगर परिषद को जवाब देना होगा ।

अगली बात ये कि एक माह के नियोजन के नाम पर 2014 से अबतक ये वर्ष 2022 जनवरी का माह है …वही कनीय अभियंता वेतन बढ़ोत्तरी के साथ पद पर कायम हैं । जिसकी शिकायत बिहार सरकार के संबंधित विभाग नगर विकास विभाग से की गई है । जिसपर विभाग ने नगर परिषद से बहाली की कागजात के साथ पूरी रिपोर्ट मांगी है ।

मामले की शुरूआत कहां से हुई

खगड़िया की वार्ड पार्षद रहीं सविता देवी खंडेलिया ने एक पत्र के जरिए इस संबंध में पूरी जानकारी रखी कि नगर परिषद खगड़िया में कनीय अभियंता पद पर रौशन कुमार का नियोजन फर्जी तरीके से किया गया है। एक तो बहाली फर्जी, उपर से सरकारी राजस्व का चुना लगा हैं । जो कानून अपराध है । फर्जी बहाली पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग वार्ड पार्षद सविता देवी करती रहीं हैं ।

सविता देवी खंडेलिया,
निवर्तमान नगर पार्षद, खगड़िया

यहां आप आवेदन देख सकते हैं ।

इस आवेदन की जानकारी मिलने के बाद खगड़िया की पूर्व विधायक पूनम यादव भी बिहार सरकार के मंत्री को पत्र लिखकर जांच की मांग कर चुकी हैं। सख्त कार्रवाई के बारे में पत्र लिख चुकी हैं। यही नहीं खगड़िया सांसद महबूब अली कैसर ने भी इस संबंध में बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस संबंध में जांच और कार्रवाई के लिए निवेदन किया था । सांसद का कहना है कि मामला बहुत गंभीर है । सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए । और दोषी होने पर जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजना चाहिए ।

सांसद महबूब अली कैसर ने कहा कि हमने नगर विकास मंत्री और बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री को पत्र लिखने के साथ ही इस संबंध में मुलाकात कर सारी बातें रखी है । जिलाधिकारी को जांच की जिम्मेदारी दी गई है । जल्द इसकी पोल-पट्टी खोलेगी । सांंसद ने इस केस को गैरकानूनी बताते हुए कहा कि जो सामान्य प्रशासन विभाग का रोसटर है उसका कोई भी उलंधन नहीं कर सकता ।

महबूब अली कैसर,
सांसद, खगड़िया

पूनम देवी यादव
पूर्व विधायक, खगड़िया

इन सब का असर अब दिख रहा है, बिहार सरकार नगर विकास विभाग ने 22-09-2021 को एक पत्र डीएम खगड़िया को लिखा है जिसमें नगर परिषद खगड़िया के कनीय अभियंता रौशन कुमार का नाम भी लिखा है। बहाली की प्रक्रिया की जांच करने और बहाली प्रक्रिया की कागजी रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है । जनवरी 2022 आ चुका है तीन माह से पंचायत चुनाव के कारण जिलाधिकारी की अति व्यस्था में बितने के कारण लगता है जांच रिपोर्ट तैयार नहीं हो पाई है । उम्मीद है जिलाधिकारी इस संबंध में विभाग को जांच की रिपोर्ट जरूर भेंजेंगे ।

रौशन कुमार, कनीय अभियंता
नगर परिषद, खगड़िया

इधर, खगड़िया नगर परिषद के कनीय अभियंता रौशन कुमार ने मौर्य न्यूज18 से बातचीत में बताया कि बहाली प्रक्रिया सही है,विज्ञापन भी निकाला गया था । प्रक्रिया की पूरी जानकारी विभाग को दे दी गई है । ऱौशन कुमार का कहना है कि हमने विज्ञापन के आधार पर ही आवेदन किया था । और मेरा स्लेकशन परिषद की कमेटी के जरिए कानूनी तौर तरीकों के साथ, नियमानुसार किया गया । उन्होंने कहा कि जो नगर परिषद खगड़िया के पास इन सब सवालों का जवाब है । पूर्व में भी इस संबंध में बात उठी थी जिसकी जानकारी दे दी गई है । नगर परिषद ही इस बारे में बता सकता है । उन्होंने कहा कि हमारे खिलाफ ये एक साजिश है।

अब सवाल है कि जिलाधिकारी इस संबंध में नगर विकास के पत्र के अनुसार जांच रिपोर्ट क्या तैयार करते हैं ये देखना होगा ।

खगड़िया से मौर्य न्यूज18 की रिपोर्ट ।

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