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बिहार की Community Radio और DNDi ने कालाजार, डेंगू और फाइलेरिया से बचाव पर की चर्चा

पटना के होटल मौर्य में उपेक्षित बीमारियो (Neglected Diseases) पर कार्यशाला

विशेषज्ञ चिकित्सकों ने कहा, गांव-गांव में जागरूकता जरूरी, बीमारी छुपाएं नहीं, बताएं

Patna, mauryanews18.com

दिनांक 30 सितम्बर को पटना के होटल मौर्या मे DNDi ,नई दिल्ली और सुप्रामेंटल फ़ाउंडेशन ,पटना के द्वारा बिहार राज्य में अवस्थित दस सामुदायिक रेडियो स्टेशन के प्रतिनिधिओ के साथ उपेक्षित बीमारियो (Neglected Diseases) जिसमे काला ज़ार , डेंगू और फाइलेरिया पर दिनभर की एक कार्यशाला आयोजित की गई ।

कार्यशाला का उद्देश्य काला ज़ार , डेंगू और फाइलेरिया जैसी जानलेवा बीमारियो से समुदाय के लोगो को सतर्क और सावधान करने के लिए जागरूकता सामाग्री का निर्माण करना था । इस कार्यशाला मे दस सामुदायिक रेडियो स्टेशन के करीब 20 प्रतिनिधिओ ने हिस्सा लिया ।

DNDi की शिखा मल्लिल ने कार्यशाला की शुरुआत में प्रतिभागियो को बताया कि ये संस्था उपेक्षित बीमारियो के लिए दवाइया बनाने का काम करती है जो लोगो को कम दामो मे और खाने में सरल और सुरक्षित है जबकि सुप्रामेंटल फ़ाउंडेशन के निदेशक राजेश कुमार ने इन बीमारियो को खत्म करने मे सामुदायिक रेडियो और इस तरह के कार्यशालाओ की भूमिका पर अपने विचार रखे ।

कार्यशाला मे राष्ट्रीय स्तर की पत्रकार निधि जमवाल, ने इस बात का उल्लेख किया कि सामुदायिक रेडियो, सामुदायिक पत्रकार और विशेष आलेख प्रस्तोता मिल कर इन उपेक्षित बीमारियो के लिए जागरूकता सामाग्री और कार्यनीति का निर्माण कैसे करे ।


कार्यशाला में आये अलग अलग बीमारियो के विशेषज्ञो ने अपनी राय रखी । कालाजार पर RMRI पटना के डॉ रौशन टोप्नों , डेंगू पर AIIMS पटना के डॉ महेंद्र एम और फाइलेलिया पर फाइलेरिया बीमारी के विशेषज्ञ LEPRA के राज्य समन्वयक डॉ रजनी कान्त सिंह ने कार्यशाला मे आये प्रतिभागियो को जानकारी दी ।


सामुदायिक रेडियो प्रतिनिधियों ने जागरूकता सामाग्री का निर्माण किया और जिसे लोगो को जागरूक करने के लिए जन जन तक पहुचाया जायेगा ।

ज्ञात हो कि सामुदायिक रेडियो प्रतिनिधियों के साथ बिहार मे इस तरह की ये पहली कार्यशाला है जबकि सामुदायिक रेडियो का सफर भारत में 2004 से ही शुरू हुआ ।
ज्ञात हो कि सामुदायिक रेडियो प्रतिनिधियों के साथ बिहार मे इस तरह की ये पहली कार्यशाला है

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