Home खबर बिहार के सुमन शेखर का मुंबई फिल्मी दुनिया में बजा डंका

बिहार के सुमन शेखर का मुंबई फिल्मी दुनिया में बजा डंका

&NewLine;<h1 class&equals;"wp-block-heading">खगड़िया से हैं सुमन शेखर <&sol;h1>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p><strong>Mauryanews18&period;com<&sol;strong> <br>मुंबा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में सुमन शेखर की फ़िल्म &OpenCurlyQuote;ख़्वाबिदा’ को बेस्ट रोमांटिक फ़िल्म का अवार्ड<&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p><strong>पुणे। मौर्य न्यूज़18 डेस्क ।<&sol;strong><&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p>महाराष्ट्र के पुणे में आयोजित 6वें मुंबई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में इस बार देश-विदेश की चुनिंदा लघु और स्वतंत्र फ़िल्मों का भव्य प्रदर्शन हुआ। राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम &lpar;NFDC&rpar; और फिल्म्स डिवीजन ऑफ इंडिया के सहयोग से आयोजित इस महोत्सव में दुनिया भर के फ़िल्मकारों ने भाग लिया। सिनेमा प्रेमियों के लिए यह महोत्सव नए विचारों&comma; अनोखी कहानियों और युवा फ़िल्मकारों की प्रतिभा से भरा रहा।<&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<figure class&equals;"wp-block-image size-large"><img src&equals;"https&colon;&sol;&sol;mauryanews18&period;com&sol;wp-content&sol;uploads&sol;2025&sol;10&sol;screenshot&lowbar;2025-10-02-11-20-14-03&lowbar;a23b203fd3aafc6dcb84e438dda678b67071906211188602337-745x1024&period;jpg" alt&equals;"" class&equals;"wp-image-4561"&sol;><&sol;figure>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p>फेस्टिवल में विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार घोषित किए गए। इनमें &OpenCurlyQuote;अनमे’ को प्रथम सर्वश्रेष्ठ लघु फ़िल्म&comma; &OpenCurlyQuote;अंतर’ को द्वितीय और &OpenCurlyQuote;ए नेम’ को तृतीय स्थान मिला। &OpenCurlyQuote;ऑपरेशन माँ’ को बेस्ट डॉक्यूमेंट्री&comma; &OpenCurlyQuote;देसी ऊन’ को बेस्ट एनीमेशन&comma; और &OpenCurlyQuote;नीरोप’ को सर्वश्रेष्ठ मराठी शॉर्ट फ़िल्म का सम्मान दिया गया। इसी क्रम में खगड़िया&comma; बिहार के युवा फ़िल्मकार सुमन शेखर की फ़िल्म &OpenCurlyQuote;ख़्वाबिदा’ को &OpenCurlyDoubleQuote;बेस्ट रोमांटिक फ़िल्म” का पुरस्कार प्राप्त हुआ। उनके अभिनय को काफ़ी सराहना मिली।<&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p>सुमन शेखर&comma; खगड़िया के साहित्यकार कैलाश झा किंकर व संध्या किंकर के छोटे सुपुत्र हैं। वे पिछले एक दशक से दिल्ली और अब मुंबई में रंगमंच और फ़िल्म निर्माण में सक्रिय हैं। उनकी एक साथ चार फ़िल्में इस समय देश और विदेश के विभिन्न फ़िल्म फ़ेस्टिवलों में प्रदर्शित हो रही हैं और बड़े पर्दों पर सराही जा रही हैं। उनकी फ़िल्म &OpenCurlyDoubleQuote;द सैडिस्ट” डेढ़ के विभिन्न फ़िल्म फ़ेस्टिवल्स में सराहना के बाद जर्मनी में भी स्क्रीनिंग ही चुकी है।<&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<figure class&equals;"wp-block-image size-large"><img src&equals;"https&colon;&sol;&sol;mauryanews18&period;com&sol;wp-content&sol;uploads&sol;2025&sol;10&sol;screenshot&lowbar;2025-10-02-11-20-01-97&lowbar;a23b203fd3aafc6dcb84e438dda678b64796802368761120603-678x1024&period;jpg" alt&equals;"" class&equals;"wp-image-4562"&sol;><&sol;figure>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p>&OpenCurlyQuote;ख़्वाबिदा’ को इसकी संवेदनशील प्रेमकथा&comma; मार्मिक संवाद और बेहतरीन सिनेमैटोग्राफी के लिए विशेष रूप से सराहा गया। अगले महीने अलीबाग फ़िल्म फेस्टिवल के लिए भी फ़िल्म शामिल हो चुकी है।<&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p>यह उपलब्धि न केवल सुमन शेखर के लिए&comma; बल्कि बिहार और पूरे हिंदी पट्टी के युवा फ़िल्मकारों के लिए गर्व का क्षण है। फेस्टिवल में उपस्थित दर्शकों और ज्यूरी ने इस फ़िल्म को आधुनिक रिश्तों की गहरी समझ और कलात्मक प्रस्तुति के लिए बधाई दी।<&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p><strong>दिल्ली से मौर्य न्यूज़18 डेस्क रिपोर्ट। <&sol;strong><&sol;p>&NewLine;

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