Home खबर Delisting बहुत आवश्यक, इसलिए मैं बार-बार आ रहा हूं झारखंड…जानिए किसने कहा…

Delisting बहुत आवश्यक, इसलिए मैं बार-बार आ रहा हूं झारखंड…जानिए किसने कहा…

  • जनजाति सुरक्षा मंच के प्रांतीय कार्यालय आरोग्य भवन बरियातू में प्रदेश टोली और जिला टोली की बैठक हुई

रांची : जनजाति सुरक्षा मंच के प्रांतीय कार्यालय आरोग्य भवन बरियातू में प्रदेश टोली और जिला टोली की बैठक हुई। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत उपस्थित हुए। अतिथि के रूप में पंचायती राज्य विभाग के निदेशक निशा उरांव शामिल हुईं। गणेश राम भगत ने कहा डिलिस्टिंग होना बहुत आवश्यक है इसलिए मैं बार-बार झारखंड आ रहा हूं। झारखंड में शीघ्र ही डिलिस्टिक का आंदोलन करूंगा। कहा कि जनजातियों के महिलाएं अन्य धर्म के पुरुषों से शादी कर लेते हैं और उस महिला के जाति प्रमाण पत्र के आधार पर जमीन, जगह, नौकरी, संवैधानिक अधिकार जैसे एकल पद वार्ड पार्षद, मुखिया, पंचायत समिति, सदस्य, जिला परिषद प्रमुख पर काबिज होकर आदिवासियों का हक छीन रहे हैं। इसके लिए वह सुप्रीम कोर्ट में पीआइएल दर्ज करेंगे।

भगवान बिरसा मुंडा, जतरा टाना भगत, वीर बुधु भगत, सिद्धो कान्हू, फूलो झानो, रानी दुर्गावती व सैकड़ों जनजाति वीरों ने देश को आजाद करने के लिए आंदोलन किया था। अब हमें डिलिस्टिंग को लेकर आंदोलन करना है। बैठक में जनजाति सुरक्षा मंच के प्रवक्ता मेघा उरांव, मीडिया प्रभारी सोमा उरांव, राजू उरांव, रवि प्रकाश उरांव, लक्ष्मी बारला, छत्रपति बड़ाईक, हिंदुवा उरांव ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में जयमंत्री उरांव, विश्वकर्मा पाहन, डा. बूटन महली, मनोज भगत, जगन्नाथ भगत, विशु उरांव, दुर्गा उरांव, छोटे राय मुंडा, परांगना मरांडी, देवनंदन सिंह, तुलसी प्रसाद गुप्ता, अर्जुन राम, प्रदीप टोप्पो समेत अन्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन जनजाति सुरक्षा मंच के झारखंड बिहार के संयोजक संदीप उरांव एवं धन्यवाद ज्ञापन महिला प्रमुख अंजली लकड़ा ने किया।

Maurya News18 Ranchi.

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