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रांची के 40 तो राज्य के 31 प्रतिशत विद्यार्थी झारखंड में ही पढ़ना करते हैं पसंद…

  • राज्य के छात्र छात्राएं तकनीकी शिक्षा के मामले में आगे हैं और उन्हें बी-टेक यानी बैचलर आफ टेक्नोलाजी करना सबसे ज्यादा पसंद है
  • कालेजदेखो स्टूडेंट माइग्रेशन ट्रेंड्स रिपोर्ट के अनुसार देश भर के 30 लाख से अधिक छात्र छात्राओं ने इस सर्वे रिपोर्ट में हिस्सा लिया

रांची : आमतौर पर ऐसा देखा गया है कि झारखंड और बिहार जैसे राज्यों के विद्यार्थी 10वीं और 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद उच्च शिक्षा या तकनीकी शिक्षा ग्रहण के लिए अन्य राज्यों का पलायन करते हैं। लेकिन अब हालात धीरे धीरे बदल रहे हैं और ये आंकड़े आपको चौंका सकते हैं कि रांची के 40 तो राज्य के 31 प्रतिशत विद्यार्थी झारखंड में ही पढ़ना पसंद करते हैं। वहीं राज्य के जिलों की बात करें तो जमशेदपुर में जाकर पढ़ने के मामले में राज्य 17 तो रांची के 20 प्रतिशत विद्यार्थियों ने दिलचस्पी दिखाई है। इसके अलावे कई ऐसे आंकड़े हैं जो राज्य की शैक्षणिक व्यवस्था और विद्यार्थियों की मनोदशा को उजागर करता है। राज्य के छात्र छात्राएं तकनीकी शिक्षा के मामले में आगे हैं और उन्हें बी-टेक यानी बैचलर आफ टेक्नोलाजी करना सबसे ज्यादा पसंद है। यहां जो आंकड़ा पेश किया गया है उसमें पूरे राज्य और रांची के छात्रों पर किए गए सर्वे के आधार पर है।

सर्वे के बाद तैयार आंकड़ों में बताया गया कि बी-टेक करने में राज्य के 20 प्रतिशत जबकि रांची के 14 प्रतिशत छात्र छात्राओं ने दिलचस्पी दिखाई है। कालेजदेखो स्टूडेंट माइग्रेशन ट्रेंड्स रिपोर्ट के अनुसार देश भर के 30 लाख से अधिक छात्र छात्राओं ने इस सर्वे रिपोर्ट में हिस्सा लिया। जिसमें झारखंड के परिप्रेक्ष्य में बताया गया कि यहां के 40 प्रतिशत विद्यार्थी उच्च शिक्षा राज्य में ही रहकर प्राप्त करना चाहते हैं। 44 प्रतिशत ऐसे विद्यार्थी हैं जो तकनीकी शिक्षा राज्य में ही रहकर प्राप्त करना चाहते हैं। जब अन्य राज्यों की ओर जाने की बारी आती है तो यहां विद्यार्थी झारखंड के अलावे पश्चिम बंगाल, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, कर्नाटक और पंजाब को ज्यादा पसंद करते हैं।

झारखंड के स्टूडेंट्स की ये है पसंद :
बैचलर आफ टेक्नोलाजी : 20 प्रतिशत
बैचलर आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन : 13 प्रतिशत
बैचलर आफ कंप्यूटर एप्लीकेशन : 11 प्रतिशत
बैचलर आफ साइंस : 8 प्रतिशत
बैचलर आफ फार्मेसी : 5 प्रतिशत

रांची के स्टूडेंट्स की ये है पसंद :
बैचलर आफ टेक्नोलाजी : 14 प्रतिशत
बैचलर आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन : 12 प्रतिशत
बैचलर आफ कंप्यूटर एप्लीकेशन : 12 प्रतिशत
बैचलर आफ साइंस : 9 प्रतिशत
बैचलर आफ आर्ट्स : 6 प्रतिशत
बैचलर आफ फार्मेसी : 5 प्रतिशत

इन राज्यों में पढ़ना पसंद करते हैं झारखंड के विद्यार्थी :
झारखंड : 31 प्रतिशत
पश्चिम बंगाल : 10 प्रतिशत
उत्तरप्रदेश : 9 प्रतिशत
उत्तराखंड : 7 प्रतिशत
राजस्थान : 6 प्रतिशत
कर्नाटक : 6 प्रतिशत
पंजाब : 6 प्रतिशत

इन राज्यों में पढ़ना पसंद करते हैं रांची के विद्यार्थी :
झारखंड : 40 प्रतिशत
पश्चिम बंगाल : 7 प्रतिशत
राजस्थान : 6 प्रतिशत
उत्तरप्रदेश : 5 प्रतिशत
कर्नाटक : 6 प्रतिशत
मध्यप्रदेश : 6 प्रतिशत
महाराष्ट्र : 5 प्रतिशत

इन जगहों पर पढ़ना पसंद करते हैं राज्य के विद्यार्थी :
जमशेदपुर : 17 प्रतिशत
हजारीबाग : 10 प्रतिशत
कोलकाता : 4 प्रतिशत
बैंगलुरु : 7 प्रतिशत
जयपुर : 5 प्रतिशत
रांची : 6 प्रतिशत
देहरादून : 3 प्रतिशत
गुड़गांव : 4 प्रतिशत
भोपाल : 3 प्रतिशत

इन जगहों पर पढ़ना पसंद करते हैं रांची के विद्यार्थी :
जमशेदपुर : 20 प्रतिशत
हजारीबाग : 13 प्रतिशत
रांची : 7 प्रतिशत
कोलकाता : 6 प्रतिशत
जयपुर : 6 प्रतिशत
बैंगलुरु : 5 प्रतिशत
भोपाल : 3 प्रतिशत
गुड़गांव : 3 प्रतिशत
मोहाली : 3 प्रतिशत
देहरादून : 3 प्रतिशत
पुणे : 3 प्रतिशत

कालेजदेखो सारथी, नई दिल्ली के चीफ मार्केटिंग अफसर अभिनव उपाध्याय कहते हैं कि झारखंड खनिज संपदा के साथ साथ तकनीकी रुप से दक्ष छात्र छात्राओं के लिए भी जाना जाता है। यहां के विद्यार्थी काफी परिश्रमी हैं। कालेजदेखो स्टूडेंट माइग्रेशन ट्रेंड्स रिपोर्ट में देशभर के 30 लाख से अधिक छात्र छात्राओं की काउंसिलिंग और सर्वे के बाद पता चला कि झारखंड के करीब 40 से 45 प्रतिशत छात्र छात्राएं राज्य में ही रहकर उच्च व तकनीकी शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं। यहां इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बहुत दिनों से कायम है और इसका सीधा लाभ यहां के छात्रों को मिलता है।

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