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Central University Of Jharkhand : फाइलेरिया के बारे में कई मिथकों से जूझ रहे लोग, नहीं है असल जानकारी…

  • स्वास्थ्य पत्रकारिता पर दो दिवसीय कार्यशाला का हुआ समापन
  • लिम्फेटिक फाइलेरियासिस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन, गेट्स फाउंडेशन और पीसीआई के विशेषज्ञों ने दी जानकारी

रांची : सेंट्रल यूनिवर्सिटी आफ झारखंड (CUJ Ranchi) के ब्राम्बे परिसर में आयोजित स्वास्थ्य पत्रकारिता पर दो दिवसीय कार्यशाला लिम्फेटिक फाइलेरियासिस पर रिपोर्टिंग-चुनौतियां और समाधान का समापन हुआ। कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम से जुड़े स्वयंसेवी संस्था एवं सीयूजे के जनसंचार विभाग के संयुक्त प्रयास से किया गया। कार्यक्रम में विश्व स्वास्थ्य संगठन, गेट्स फाउंडेशन, पीसीआई, ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटेजीज, सेंटर फार एडवोकेसी एंड रिसर्च जैसी संस्थाओं की भी भागीदारी रही।


कार्यक्रम के दूसरे दिन की शुरुआत तकनीकी सत्र से हुई। विश्व स्वास्थ्य संगठन के झारखंड इकाई के डा. अभिषेक पाल ने कहा कि किसी भी विषय पर अपनी बात को प्रभावी तरीके से व्यक्त करने के लिए उस विषय पर तकनीकी जानकारी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक जो फाइलेरिया से प्रभावित जिलों में रहते हैं उन्हें फाइलेरिया के विषय में जागरूक होना जरुरी है। वर्चुअल सत्र में सेंटर फार एडवोकेसी एंड रिसर्च के पेशेंट नेटवर्क प्रतिनिधि रणविजय कुमार और नेहा ने बताया कि कैसे लोग फाइलेरिया के बारे में कई मिथकों से जूझ रहे हैं और उन्हें इस रोग के असली कारण के विषय में कोई जानकारी नहीं है।

जानकारी जन जन तक पहुंचाने की अपील :
पीसीआई इंडिया में नेशनल ट्रापिकल डिजीज प्रोग्राम की वरिष्ठ निदेशक राजश्री दास ने फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सामाजिक कार्य पर पत्रकारिता के छात्रों को संबोधित किया। वक्ता के रूप में गेट्स फाउंडेशन इंडिया के डा. भूपेंद्र त्रिपाठी ने नेशनल ट्रापिकल डिजीज पर चर्चा करते हुए फाइलेरिया की समस्या पर चर्चा की। उन्होंने फाइलेरिया के लक्षणों की जानकारी देते सभी मीडिया विद्यार्थी को इस गंभीर बीमारी को जन-जन तक पहुंचाने की अपील की। तकनीकी सत्र के बाद मीडिया विद्यार्थियों के बीच कहानी लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जहां प्रथम पुरस्कार जनसंचार विभाग के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम की विद्यार्थी भव्या भारती, द्वितीय पुरस्कार जनसंचार विभाग के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के विद्यार्थी राहुल कुमार को और तृतीय पुरस्कार जनसंचार विभाग के स्नातक पाठ्यक्रम की अनुष्का वर्मा को दिया गया।

इनकी रही सहभागिता :
कार्यशाला के समापन समारोह में बतौर अतिथि सीयूजे के स्कूल आफ मास कम्यूनिकेशन एवं मीडिया टेक्नोलाजी के डीन प्रो. विमल किशोर ने कार्यक्रम की सफलता के लिए पूरे विभाग को बधाई दी। सभी प्रतिभागियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान जनसंचार विभाग के प्रो. देवव्रत सिंह, सहायक आचार्य डा. सुदर्शन यादव, डा. राजेश कुमार, डा. अमृत कुमार, रश्मि वर्मा, राम निवास सुथार एवं अजेंगा पमेई मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन जनसंचार विभाग की शोधार्थी पूजा कुमारी एवं पूजा पाठक ने किया। इस दौरान जनसंचार विभाग के लगभग 100 विद्यार्थी मौजूद रहे।

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